Flood in Gorakhpur: रोहिन खतरे के निशान से नीचे, राप्ती के जलस्तर में गिरावट जारी
Flood in Gorakhpur बुधवार की रात नौ बजे राप्ती नदी का जलस्तर 76.66 मीटर रिकार्ड किया गया। इस नदी का जलस्तर पिछले 13 घंटे में करीब आठ सेंटीमीटर कम हुआ है। सरयू नदी भी अयोध्या पुल के पास खतरे के निशान से नीचे बह रही है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। बाढ़ की विभीषिका झेल रहे गोरखपुर के लोगों के लिए राहत भरी खबर है। गोरखपुर की सभी नदियों के जलस्तर में गिरावट जारी है। खतरे के निशान से करीब पौने तीन मीटर तक ऊपर जा चुकी रोहिन नदी लाल निशान से काफी नीचे आ गई है। बुधवार की रात नौ बजे यह नदी खतरे के बिन्दु से 86 सेंटीमीटर नीचे बह रही थी। कल सुबह तक यह नदी चेतावनी बिन्दु से भी नीचे आ सकती है। राप्ती नदी खतरे के निशान से 1.68 मीटर ऊपर बह रही है।
राप्ती नदी अभी भी खतरे के निशान से 1.68 मीटर ऊपर
बुधवार की रात नौ बजे राप्ती नदी का जलस्तर 76.66 मीटर रिकार्ड किया गया। इस नदी का जलस्तर पिछले 13 घंटे में करीब आठ सेंटीमीटर कम हुआ है। सरयू नदी भी अयोध्या पुल के पास खतरे के निशान से नीचे बह रही है। तुर्तीपार में नदी खतरे के निशान से कुछ ऊपर है। गोरखपुर एवं आसपास के क्षेत्रों में इस नदी में पानी लगातार कम हो रहा है इसलिए राप्ती नदी एवं इसकी सहायक नदियों के जलस्तर में भी कमी देखी जा रही है। गोरखपुर-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग से पानी उतर चुका है। रोहिन नदी का जलस्तर 81.58 मीटर रिकार्ड किया गया। इस नदी का खतरे का बिन्दु 82.44 मीटर है। प्रशासन की ओर से तटबंधों पर निगरानी रखी जा रही है।
391 गांव, 3.12 लाख लोग प्रभावित
बाढ़ के कारण जिले में अब तक 391 गांव पानी से घिरे हैं। कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है तो कुछ गांव आंशिक रूप से प्रभावित हैं। अब तक 3.12 लाख लोग प्रभावित हो चुके हैं। 56 हजार 240 हेक्टेयर जमीन बाढ़ में डूबी है। फसल को हुए नुकसान का आकलन तहसील प्रशासन की ओर से किया जा रहा है। प्रशासन की ओर से अब तक 40 हजार राहत खाद्यान्न किट का वितरण किया जा चुका है।
बाढग़्रस्त क्षेत्रों में खराब हुए बिजली निगम के 62 ट्रांसफार्मर
गोरखपुर जिले में आयी बाढ़ के कारण बाढग़्रस्त 110 गांवों में बिजली आपूर्ति पिछले कई दिनों से प्रभावित है। लोगों की सुरक्षा के लिए यहां आपूर्ति बंद की गई थी लेकिन पानी में डूबे रहने के कारण करीब 62 छोटे-बड़े ट्रांसफार्मर खराब हो गए हैं। इधर कुछ क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बहाल करने की कोशिश शुरू हुई है लेकिन पानी भरा होने के कारण ट्रांसफार्मरों को ठीक करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में लोगों की सुरक्षा के लिए बिजली निगम की टीमों को निगरानी के लिए लगाया गया है। जहां जरूरत महसूस हुई, वहां बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई। कैंपियरगंज क्षेत्र के 15 से अधिक गांव में ट्रांसफार्मर खराब हो गए। इन गांवों के आसपास लगे मोबाइल टावरों को भी बंद करना पड़ा।