दो गोदामों का आरएफसी ने किया निरीक्षण, बोले गोदाम से कोटेदारों को कम खाद्यान्न मिला तो होगी कार्रवाई
संभागीय खाद्य नियंत्रक (आरएफसी) प्रेम रंजन सिंह ने शुक्रवार को संभागीय खाद्य विपणन अधिकारी सचिन कुमार के साथ महराजगंज जिले के ब्लाक गोदामों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान गोदाम प्रभारियों को सख्त निर्देश दिए गए कि किसी भी कोटेदार को कम खाद्यान्न न मिले।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। संभागीय खाद्य नियंत्रक (आरएफसी) प्रेम रंजन सिंह ने शुक्रवार को संभागीय खाद्य विपणन अधिकारी सचिन कुमार के साथ महराजगंज जिले के ब्लाक गोदामों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान गोदाम प्रभारियों को सख्त निर्देश दिए गए कि किसी भी कोटेदार को कम खाद्यान्न न मिले। यदि ऐसी शिकायत पायी गई तो संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। गोदामों पर अनाज के बोरों की तौल भी कराई गई। वजन मानक के अनुसार मिला। आरएफसी के दौरे के मद्देनजर रास्ते में पडऩे वाले गोदामों पर भी पूरी सतर्कता बरती गई।
तौल में अधिक मिला बाेरियों में रखा अनाज
आरएफसी परतावल के ब्लाक गोदाम पर पहुंचे। वहां रखे अनाज एवं साफ-सफाई का निरीक्षण किया गया। बोरियों की आकस्मिक तौल में गेहूं की बोरी 51.25 किलो जबकि चावल की बोरी 46.95 किलो की मिली। वहां लगाया गया पांच मीट्रिक टन का कांटा भी उपयोग के लिए सही पाया गया। 16 सितंबर तक पंजीकृत 86 में से 41 कोटेदार ही खाद्यान्न ले गए थे। 17 सितंबर को बारिश के कारण कोई खाद्यान्न उठान करने नहीं पहुंचा था।
घुघली गोदाम पर मौजूद मिले सभी कर्मचारी
आरएफसी घुघली पहुंचे। वहां सभी कर्मचारी उपस्थित मिले। यहां 89 में से 14 कोटेदारों को खाद्यान्न दिया गया है। यहां भी खाद्यान्न की बोरियों का वजन सही मिला। आरएफसी ने बताया कि निरीक्षण में अधिकतर चीजें सही मिली हैं, व्यवस्था को और ठीक करने को कहा गया है।
कोटेदारों का बकाया भुगतान करने का दिया निर्देश
निरीक्षण के बाद आरएफसी प्रेम रंजन ङ्क्षसह ने कोटेदारों का बकाया भुगतान करने के लिए महराजगंज के जिलापूर्ति अधिकारी एवं डिप्टी आरएमओ के साथ बैठक की। बैठक में निर्देश दिया गया कि 2001 से 2013 तक परिवहन एवं लाभांश में बकाया धनराशि का भुगतान कोटेदारों को जल्द से जल्द कर दिया जाए। महराजगंज में आठ करोड़ रुपये से अधिक का बकाया है। फिलहाल 10 करोड़ रुपये का भुगतान जल्द करने को कहा गया है। मार्केङ्क्षटग इंसपेक्टर एवं पूर्ति निरीक्षक भुगतान के लिए रिपोर्ट तैयार करेंगे।