गोरखपुर विश्वविद्यालय में एलएलएम परीक्षा की संशोधित समय-सारिणी घोषित
परीक्षा नियंत्रक डॉ अमरेंद्र कुमार सिंह के मुताबिक एलएलएम प्रथम वर्ष (प्रथम सेमेस्टर) एवं एलएलएम द्वितीय वर्ष (तृतीय सेमेस्टर) में प्रथम प्रश्नपत्र की परीक्षा 17 अप्रैल द्वितीय प्रश्नपत्र 20 अप्रैल तृतीय प्रश्नपत्र 23 अप्रैल तथा चतुर्थप प्रश्नपत्र की परीक्षा 27 अप्रैल को होगी।
गोरखपुर, जेएनएन। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में एलएलएम प्रथम एवं द्वितीय वर्ष की परीक्षाओं की संशोधित समय सारिणी घोषित कर दी गई है। परीक्षाएं 17 अप्रैल से शुरू होंगी। परीक्षा नियंत्रक डॉ अमरेंद्र कुमार सिंह के मुताबिक एलएलएम प्रथम वर्ष (प्रथम सेमेस्टर) एवं एलएलएम द्वितीय वर्ष (तृतीय सेमेस्टर) में प्रथम प्रश्नपत्र की परीक्षा 17 अप्रैल, द्वितीय प्रश्नपत्र 20 अप्रैल, तृतीय प्रश्नपत्र 23 अप्रैल तथा चतुर्थप प्रश्नपत्र की परीक्षा 27 अप्रैल को होगी। प्रथम वर्ष की परीक्षा दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे तक तथा द्वितीय वर्ष की परीक्षा सुबह नौ बजे से दोपहर दो बजे तक होगी। वहीं एलएलएम भाग दो (पुराना पाठ्यक्रम) में प्रथम प्रश्नपत्र की परीक्षा 20 अप्रैल एवं द्वितीय प्रश्नपत्र की परीक्षा 27 अप्रैल को सुबह नौ बजे से दोपहर 12 बजे तक होगी।
प्रायोगिक परीक्षा 17 अप्रैल को
गोरखपुर: महाराणा प्रताप स्नातकोत्तर महाविद्यालय जंगल धूसड़ में एमएससी तृतीय सेमेस्टर प्राणि विज्ञान (सीबीसीएस एवं ओल्ड पाठ्यक्रम) की प्रायोगिक परीक्षा 17 अप्रैल को होगी। संबंधित विद्यार्थी उक्त तिथि को विभाग में अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करें। विस्तृत जानकारी के लिए संबंधित विद्यार्थी विभाग में आकर संपर्क कर सकते हैं। यह जानकारी प्राणि विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. आरएन ङ्क्षसह ने दी।
छूटी ट्यूटोरियल परीक्षाएं 13 को
गोरखपुर: दीनदयाल उपाधाय गोरखपुर विश्वविद्यालय में विधि स्नातक भाग एक (प्रथम एवं द्वितीय सेमेस्टर) वष 2020 की छूटी हुई ट््यूटोरियल परीक्षा 13 अप्रैल को सुबह 10:30 बजे से होगी। यह जानकारी परीक्षा संयोजक डा. वेद प्रकाश राय ने दी। इसी क्रम में विधि स्नातक भाग तीन (पंचम एवं षष्टम) के क्लिनिकल कोस (तृतीय एवं चतुर्थ) वर्ष 2020 की छूटी हुई ट््यूटोरियल परीक्षा 13 अप्रैल को सुबह 10:30 बजे से विधि संकाय में होगी। यह जानकारी परीक्षा संयोजक डा. सुमनलता चैधरी ने दी।
मनुष्य की खुशी से जुड़़ा है भूगोल का रिश्ता
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के 39वें दीक्षा सप्ताह समारोह के क्रम में शुक्रवार को दीक्षा भवन में भूगोल विभाग की ओर से व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस दौरान ज्योग्राफी आफ वेल वीईंग एंड हैपिनेस विषय पर हुई चर्चा में बतौर मुख्य वक्ता जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के प्रो. कौशल कुमार शर्मा ने भूगोल के अध्ययन को मनुष्य की खुशी से जोड़ा। कहा कि भूगोल का संबंध मनुष्य की प्रसन्नता के साथ अनिवार्य रूप से जुड़ा हुआ है। भूगोल स्थानों के अध्ययन से मनुष्य को जोड़कर उसे सुखद अनुभूति का अहसास कराता है। प्रो. शर्मा ने कहा कि प्रसन्नता के मानक संस्कृतियों के अनुसार परिवर्तित होते हैं। प्रसन्नता और मनुष्य की भावना के मध्य संबंध को बताते हुए उन्होंने कहा कि लोगों के प्रति अच्छी भावना आपको प्रसन्नता देती है और लोगों के प्रति बुरी भावना दुख का कारण बनती है। विश्व केे अनेक देशों में मानना है कि मनुष्य का प्रसन्नता का स्तर राष्ट्रीय आय एवं नागरिकों की आर्थिक आय से है। राष्ट्रीय आय और नागरिकों की आर्थिक आय के बढऩे पर उस देश में प्रसन्नता का स्तर उच्चता को प्राप्त करता है। प्रसन्नता के स्तर के ऋणात्मक एवं धनात्मक पहलुओं पर भी प्रो. शर्मा ने चर्चा की। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने की। अतिथि परिचय एवं स्वागत अधिष्ठाता कला संकाय प्रो. नंदिता आईपी सिंह और कार्यक्रम का संचालन प्रो. एसके सिंह ने किया। विभागाध्यक्ष प्रो. एनके राणा ने अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। इस दौरान प्रो. श्रीनिवास मणि त्रिपाठी, ड. रंजन लता, डा. दीपक प्रसाद, डा. स्वर्णिमा सिंह, डा. रुचिका सिंह एवं डा. सर्वेश कुमार आदि मौजूद रहे।