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महिला उत्पीड़न की घटनाओं पर लगाम, दहेज के मामले भी घटे Gorakhpur News

देवरिया में पुलिस की सख्ती के चलते इस वर्ष महिला अपराध पर अंकुश लगा है। सर्वाधिक लगाम किशोरियों के अपहरण पर लगी है। अधिकांश मामलों में आरोपित गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं। दहेज उत्पीड़न के भी मुकदमे पर भी पुलिस का शिकंजा कसा है।

By Rahul SrivastavaEdited By: Published: Tue, 22 Dec 2020 08:45 AM (IST)Updated: Tue, 22 Dec 2020 08:45 AM (IST)
महिला उत्पीड़न की घटनाओं पर लगाम, दहेज के मामले भी घटे Gorakhpur News
महिला उत्पीड़न की घटनाओं पर लगाम। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन: देवरिया जिले में पुलिस की सख्ती के चलते इस वर्ष महिला अपराध पर अंकुश लगा है। सर्वाधिक लगाम किशोरियों के अपहरण पर लगी है। अधिकांश मामलों में आरोपित गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं। दहेज उत्पीड़न के भी मुकदमे पर भी पुलिस का शिकंजा कसा है। दहेज के लिए महिलाओं की हत्या में भी पिछले वर्ष की तुलना में कमी आई है। इसी तरह अन्य महिला अपराधों में भी कमी आई है।

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किशोरी अपहरण में सर्वाधिक लगाम

जिले में पुलिस के लिए सर्वाधिक सिरदर्द किशोरियों का बहला-फुसलाकर अपहरण कर लेने का मामला है। हालांकि इस साल पुलिस ने इस पर भी काफी हद तक लगाम लगा लिया है। पुलिस के आंकड़ें पर नजर दौड़ाएं तो पिछले वर्ष यानी 2019 में 119 अपहरण की घटनाएं हुई है, लेकिन इस साल केवल 34 मामले पुलिस के रिकार्ड में दर्ज हैं। औसत देखा जाए तो लगभग चार गुना की कमी आई है। खास बात यह है कि इनमें से 27 मामलों में आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं और किशारियां बरामद की जा चुकी हैं।

ऐच्छिक ब्यूरो की पहल से दहेज उत्पीड़न पर भी लगा लगाम

ऐसे तो हर दिन विवाहिता एसपी कार्यालय पहुंचती है और पति समेत ससुरालियों पर दहेज का आरोप लगाती है। इस साल पुलिस की पहल अच्‍छी रही। ऐच्छिक ब्यूरो की पहल पर 60 दंपती के बीच बने मनमुटाव को दूर किया गया, जिसके चलते इस साल दहेज उत्‍पीड़न की घटनाओं पर भी लगाम लगा है। आंकड़ों पर नजर दौड़ाए तो इस साल 43 दहेज उत्‍पीड़न का मुकदमा दर्ज किया गया है। इसके अलावा इस साल दुष्कर्म की घटना में भी काफी कमी आई है। पिछले साल 10 दुष्कर्म की घटनाएं दर्ज की गई थी। इस साल नौ मुकदमे दर्ज हैं। पिछले साल पाक्सो एक्ट के 26 मुकदमे दर्ज किए थे, जबकि इस साल 24 मुकदमे दर्ज किए गए हैं।

महिला हत्या पर भी कसा शिकंजा

इस साल महिलाओं की हत्याओं पर भी लगाम लगी है। पिछले साल 12 महिलाओं की हत्याएं हुई थी, जबकि इस साल चार गुना कमी हुई है। तीन महिलाओं की हत्याएं हुई हैं, जिसमें मार्च में भटनी के एक गांव में मायके में आई एक महिला की प्रेमी ने ही गला काटकर हत्या कर दी। आरोपित गिरफ्तार कर जेल जा चुका है। जबकि सलेमपुर कोतवाली के मनिहारी व भलुअनी थाना क्षेत्र में भी एक महिला की निर्मम हत्या की गई। इन महिलाओं के शव की शिनाख्त अभी नहीं हो सकी है। एसपी डा.श्रीपति मिश्र ने कहा कि महिला उत्‍पीड़न की घटनाओं पर शिकंजा कसा है। अधिकांश मामलों में आरोपितों की गिरफ्तारी कर जेल भेजा जा चुका है।


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