नगर आयुक्त से सड़क व नाला बनवाने की मांग, जेई पर लगाया आरोप
नगर निगम का हिस्सा होने के बाद भी विवेकपुरम में विकास कार्य नहीं हुए हैं। नाला न होने के कारण घर के सामने हमेशा पानी इकट्ठा रहता है। खाली प्लाटों में भी पानी भरा है। इस कारण मच्छरों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है।
गोरखपुर, जेएनएन। जलभराव और खराब सड़क से परेशान महुई सुघरपुर वार्ड के विवेकपुरम की महिलाएं नगर निगम पहुंच गईं। महिलाओं ने नगर आयुक्त अंजनी कुमार सिंह से मुलाकात कर सड़क व नाला बनवाने की मांग की। उन्होंने इलाके के अवर अभियंता (जेई) पर लापरवाही बरतने का भी आरोप लगाया। नगर आयुक्त ने जेई को सड़क व नाला के लिए प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए हैं।
सन्ध्या पांडेय, सुमन सिंह, मिथिलेश सिंह, नीलम पांडेय, सरिता तिवारी, अखंड प्रताप, साधना पांडेय, ब्यूटी यादव आदि ने बताया कि नगर निगम का हिस्सा होने के बाद भी विवेकपुरम में विकास कार्य नहीं हुए हैं। नाला न होने के कारण घर के सामने हमेशा पानी इकट्ठा रहता है। खाली प्लाटों में भी पानी भरा है। इस कारण मच्छरों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। सड़क भी अब तक नहीं बन सकी है। पार्षद से शिकायत करने पर वह कोई सुधि ही नहीं लेते हैं।
अपर नगर आयुक्त को दिया ज्ञापन, तत्काल कार्रवाई की मांग
प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना में आवास दिलाने के नाम पर रुपये मांगने वाले सुपरवाइजर के खिलाफ फिर शिकायत हुई है। एक और सुपरवाइजर पर 15 से 20 हजार रुपये मांगने के आरोप लगे हैं। पार्षदों ने जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) के परियोजना निदेशक (पीडी) से शिकायत की है। पार्षदों ने आरोपित सुपरवाइजरों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने की मांग की।
नगर निगम पहुंचे पार्षद संजय यादव, उजैर अहमद, अमरनाथ यादव, मो. शमीम अंसारी, पार्षद के प्रतिनिधि राघवेंद्र प्रताप सिंह ने पीडी डीके सिन्हा को बताया कि सुपरवाइजर खुलेआम वसूली कर रहे हैं। जो लोग रुपये नहीं दे रहे हैं उनके आवेदन को किनारे कर दिया जा रहा है। जरूरतमंद मकान के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं। बताया कि चक्रधारी, सीता देवी, आरती देवी, कुसुम देवी, मनोरमा देवी, संगीता देवी, योगेंद्र कुमार, सुनीता देवी, दीपिका कुशवाहा ने सुपरवाइजरों के खिलाफ नामजद शिकायत की है।