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गोरखपुर विश्वविद्यालय के पांच प्रोफेसरों के खिलाफ शोध छात्रों ने दी तहरीर

गोरखपुर विश्वविद्यालय में प्री-पीएचडी छात्रों ने पांच प्रोफेसरों पर गंभीर आरोप लगाते हुए एडीजी से मुलाकात कर कैंट थाने में तहरीर दी। छात्र-छात्राओं का आरोप है कि प्री-पीएचडी परीक्षा के दौरान इन शिक्षकों ने न सिर्फ हमारे साथ अभद्रता की बल्कि जाति सूचक अपशब्द भी कहा।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Wed, 12 Jan 2022 02:02 PM (IST)Updated: Wed, 12 Jan 2022 07:20 PM (IST)
गोरखपुर विश्वविद्यालय के पांच प्रोफेसरों के खिलाफ शोध छात्रों ने दी तहरीर
गोरखपुर विश्वविद्यालय के पांच प्रोफेसरों के खिलाफ शोध छात्रों ने तहरीर दी है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में प्री-पीएचडी छात्रों व विवि प्रशासन के बीच विवाद तूल पकड़ता जा रहा है। 14 शोध छात्र-छात्राओं ने पांच प्रोफेसरों पर गंभीर आरोप लगाते हुए एडीजी से मुलाकात कर कैंट थाने में तहरीर दी। छात्र-छात्राओं का आरोप है कि प्री-पीएचडी परीक्षा के दौरान इन शिक्षकों ने न सिर्फ हमारे साथ अभद्रता की, बल्कि जाति सूचक अपशब्द भी कहा। यही नहीं भविष्य बर्बाद करने की धमकी दी और धोखा के उद्देश्य से कूटरचित पाठ्यक्रम भी वेबसाइट पर अपलोड कर दिया।

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छात्रों ने एडीजी से मुलाकात कर प्रकरण से अवगत कराया

छात्र-छात्राओं ने कहा कि वे गोरखपुर विश्वविद्यालय में सत्र 2019-2020 के शोध छात्र हैं। प्री-पीएचडी की प्रथम प्रश्नपत्र की परीक्षा सात जनवरी को होनी थी, जिसमें 45 अंक की लिखित परीक्षा व आंतरिक मूल्यांकन 55 अंक कराने की पूर्व सूचना विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा दी गई थी। परीक्षा कक्ष में हमें जो प्रश्नपत्र मिला तो उसमें बताए गए प्रारूप के विपरीत 45 अंक के बहुविकल्पीय तथा 20 अंक के लिखित परीक्षा के दो अलग-अलग प्रश्नपत्र थे। इसकी जानकारी न शोधार्थियों को और न ही संबंधित विभागाध्यक्षों को दी गई थी।

यह है मामला

प्रश्न पुस्तिका परीक्षा कक्ष में आने से पहले लिफाफे का सील क्षतिग्रस्त था। इसकी शिकायत करने के लिए जब हम जाने लगे तो हमें विश्वविद्यालय प्रशासन ने रोकते हुए गेट पर ताला जड़ दिया और हमें कमरे में बंद कर दिया गया। कुछ देर बाद जब हम केंद्राध्यक्ष से शिकायत करने जा रहे थे, तभी वे और कुछ अन्य शिक्षकों ने हमें रोक लिए और गाली दिए। जाति सूचक शब्दों का प्रयोग किए। दो शोध छात्राओं के साथ अभद्र हरकत की गई। प्रभारी निरीक्षक कैंट शशि भूषण राय ने बताया कि छात्रों ने तहरीर दी है। जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

इन छात्रों ने दी तहरीर

कैंट थाने में देने वालों छात्र-छात्राओं में प्री-पीएचडी के छात्र कमलकांत राव, कृतिका स‍िंह, राधा विश्वकर्मा, अन्नू जायसवाल, अंजनी पांडेय, दीप्ति राय, मंदीप राय, प्रशांत मौर्य, आनंद मिश्र, रामभरोसे तिवारी, अमित चौहान, राजन दुबे, सुधीर मद्धेशिया तथा राजन विश्वकर्मा शामिल हैं।


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