ट्रेन दुर्घटना के समय तत्काल मिलेगी राहत, रेलवे कर रहा यह व्यवस्था Garekhpur News
रेल दुर्घटना की सूचना मिलते ही तत्काल मौके पर पहुंचने वाली पूर्वोत्तर रेलवे की दुर्घटना राहत ट्रेनों (एक्सिडेंटल रिलीफ ट्रेन यानी एआरटी) का बेड़ा और समृद्ध होगा।
गोरखपुर, जेएनएन। किसी भी रेल दुर्घटना की सूचना मिलते ही तत्काल मौके पर पहुंचने वाली पूर्वोत्तर रेलवे की दुर्घटना राहत ट्रेनों (एक्सिडेंटल रिलीफ ट्रेन यानी एआरटी) का बेड़ा और समृद्ध होगा। रेलवे बोर्ड के दिशा-निर्देश पर गोरखपुर स्थित यांत्रिक कारखाने में एआरटी को और आधुनिक, मजबूत बनाने की कवायद शुरू है। मुख्यालय गोरखपुर ही नहीं लखनऊ, इज्जतनगर और वाराणसी मंडलों में तैनात एआरटी को और बेहतर बनाया जा रहा है। इसके अलावा दूसरे जोन के एआरटी को भी उपकरणों से युक्त किया जा रहा है।
अभी यह है व्यवस्था
फिलहाल, पूर्वोत्तर रेलवे के बेड़े में ए कटेगरी की दो बड़ी और बी कटेगरी की सामान्य छोटी तीन एआरटी मौजूद हैं। ए कटेगरी एआरटी में क्रेन होता है, जबकि बी कटेगरी एआरटी बिना क्रेन की होती है। एक बड़ी एआरटी गोरखपुर तो दूसरी कासगंज यार्ड में हर पल तत्परता के साथ खड़ी है। इनकी क्रेन की क्षमता 140 टन है। गोरखपुर स्थित एआरटी का नाम महाबली है, जो दुर्घटनास्थल पर कौतूहल का विषय बना रहता है। इसके अलावा बेड़े में चार सेल्फ प्रोपेल्ड एआरटी (एसपीएआरटी) भी शामिल हैं।
यहां से भी मिलती है मदद
लखनऊ मंडल में गोरखपुर और लखनऊ में एक-एक तथा वाराणसी मंडल में मऊ और छपरा में एक-एक एसपी, आरटी हर पल राहत प्रदान करने के लिए चौकन्ना खड़ी रहती हैं। एआरटी इंजन से अटैच है तो वहीं एसपीएआरटी में डेमू की तरह इंजन लगा रहता है। दुर्घटना में राहत, बचाव के लिए चार मेडिकल वैन भी शामिल हैं। वैन गोंडा, लखनऊ जंक्शन, मऊ और कासगंज में खड़ी रहती हैं और सूचना मिलने पर सबसे पहले पहुंचती हैं।
ए कटेगरी एआरटी में मिलने वाली सुविधाएं
ल्यूकस वैन
आफिसर वैन
स्टाफ वैन
टूल वैन
रेल वैन
पी-वे मैटेरियल वैन
पॉवर वैन
बी कटेगरी एआरटी में मिलने वाली सुविधाएं
पॉवर वैन
टूल वैन
स्टाफ वैन