Flood in Gorakhpur: रेग्युलेटर में रिसाव से गोरखपुर शहर पर मंडराया खतरा, राप्ती का पानी शहर में घुसा
Flood in Gorakhpur इलाहीबाग रेग्युलेटर में लगातार रिसाव होने से गोरखपुर शहर भी खतरे में आ गया है। शहर के निचले इलाके में राप्ती नदी का पानी लगने लगा है। बाढ़ की आशंका को देखते हुए नगर आयुक्त ने इलाहीबाग और डाेमिनगढ़ में रेग्युलेटर एवं पंपिग स्टेशनों का निरीक्षण किया।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। Flood Threat in Gorakhpur: गोरखपुर में बाढ़ का खतरा गहराता जा रहा है। गुरुवार को कौड़ीराम के पास बसानवुर-भरवलिया रिंग बांध कट गया, जिससे दो गांव पानी में डूब गए। इलाहीबाग रेग्युलेटर में लगातार रिसाव होने से गोरखपुर शहर भी खतरे में आ गया है। शहर के निचले इलाके में राप्ती नदी का पानी लगने लगा है। बाढ़ की आशंका को देखते हुए नगर आयुक्त ने इलाहीबाग और डाेमिनगढ़ में रेग्युलेटर एवं पंपिग स्टेशनों का निरीक्षण किया। राप्ती का जलस्तर बढ़ जाने के कारण पंपिंग स्टेशन के पाइप पानी में डूब गए हैं। उन्होंने इलाहीबाग बंधे से डोमिनगंढ़ बंधे तक दोनों ओर सफाई कराने के साथ लगातार पंप चलाने का निर्देश दिया।
इलाहीबाग में रेग्युलेटर से अब भी हो रहा रिसाव
शहर के कई इलाकों का पानी इलाहीबाग रेग्युलेटर से राप्ती नदी में जाता है। सामान्य दिनों में रेग्युलेटर का फाटक खुला रहता है। राप्ती में जलस्तर बढ़ने के बाद फाटक बंद कर पंपिंग सेट के जरिये पानी की निकासी की जाती है। बीते तीन दिनों से पानी के दबाव के कारण रेग्युलेटर के फाटक के रास्ते राप्ती नदी का पानी धीरे-धीरे रिसकर वापस शहर में आ रहा है। वहां के हालात का जायजा लेने दोपहर एक बजे नगर आयुक्त अविनाश सिंह इलाहीबाग बंधे पर पहुंचे। वहां लगे रेग्युलेटर से हल्का रिसवा हो रहा था। वहां मौजूद लोगों ने नगर आयुक्त से बताया कि अगर रिसाव को रोका नहीं गया तो आसपास के मोहल्लों में पानी भर सकता है।
दो वर्ष पहले भी पैदा हुई थी ऐसी स्थिति
दो वर्ष पहले भी कई मोहल्लों में भारी जलभराव हो गया था। नगर आयुक्त ने कहा कि पंपिंग सेट पूरी क्षमता से चलाए जा रहे हैं इसलिए घबराइए नहीं जलभराव जैसी स्थिति नहीं आएगी। इलाहीबाग और डाेमिनगढ़ रेगुलेटर के पास गंदगी देख हैरानी जताते हुए नगर आयुक्त ने रेगुलेटरों की दोनों तरफ टीम लगवाकर सफाई कराई। इसके बाद वहां से गुजरने वाले बड़े नालों को भी साफ किया गया। उन्होंने जोनल अधिकारियों एवं सुपरवाइजरों को निर्देश िदया कि बंधे या रेगुलेटर के आसपास नियमित सफाई कराई जाए। नगर आयुक्त ने जलजमाव को देखते हुए सभी 70 वार्डों में नोडल अधिकारी तैनात किया। नोडल अधिकारी जलजमाव, सफाई एवं छिड़काव से संबंधित कार्यों पर नजर रखेंगे।
देखी नाला सफाई की हकीकत
नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने गुरुवार को शहर के बड़े नालों का निरीक्षण किया। कई जगह नाले सिल्ट से भरे मिले। नगर आयुक्त ने जोनल अधिकारी एवं वार्ड सुपरवाइजरों से नालों की तल्लीझार सफाई तथा सिल्ट तत्काल उठवाने का निर्देश दिया ताकि बारिश के कारण नालों से निकला सिल्ट दोबारा उसमें न जाए। उन्होंने कहा कि हैरानी की बात है कि लगातार अभियान चलाकर नालों की सफाई कराई जा रही है, इसके बावजूद नाले सिल्ट से भरे हुए हैं।
उपसभापति ने जलभराव वाले मोहल्लों का किया निरीक्षण
महापौर सीताराम जायसवाल के निर्देश पर उपसभापति ऋषि मोहन वर्मा ने गुरुवार को जलभराव से ग्रस्त मोहरीपुर एवं द्वारिकापुरी कालोनी का निरीक्षण किया। मुख्य सफाई निरीक्षक अखिलेश श्रीवास्तव के साथ ऋषि मोहन वर्मा ने जलभराव प्रभावित लोगों की समस्याएं सुनी। द्वारकापुरी कालोनी के नागरिकों की सुविधा के लिए उपसभापति ने उपजिलाधिकारी सदर से वार्ता कर नाव की मांग की।