कोरोना संक्रमण से लालपुर गांव के तीन सगे भाइयों की मौत,मचा हड़कंप
ओपेक कैली बस्ती में भर्ती कोरोना संक्रमित गुन्नन श्रीवास्तव की 18 अप्रैल को इलाज के दौरान मौत हो गई। दूसरे भाई लल्लू श्रीवास्तव की 22 अप्रैल को और तीसरे भाई झीन बाबू की 25 अप्रैल को लखनऊ में मौत हो गयी।
बस्ती: लालपुर गांव में सप्ताह भीतर तीन भाइयों की कोरोना संक्रमण से हुई मौत के बाद गांव में हड़कंप मच गया है। गांव में घर-घर कोविड जांच कराई जा रही है साथ ही साफ सफाई और सैनिटाइजेशन का कार्य तेज कर दिया गया है।
ओपेक कैली बस्ती में भर्ती कोरोना संक्रमित गुन्नन श्रीवास्तव की 18 अप्रैल को इलाज के दौरान मौत हो गई। दूसरे भाई लल्लू श्रीवास्तव की 22 अप्रैल को और तीसरे भाई झीन बाबू की 25 अप्रैल को लखनऊ में मौत हो गयी। सप्ताह भीतर तीन सगे भाईयों की कोरोना से मौत ने सबको हिला दिया है। पूरे गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। वहीं 20 अप्रैल को कोहराएं निजी क्लीनिक चला रहे बंगाली चिकित्सक की व नन्दनगर के एक व्यवसायी की मौत हो चुकी है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र परशुरामपुर के प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. भाष्कर यादव ने बताया कि लालपुर में मृतक तीनों भाइयों की रिपोर्ट पाजिटिव थी। गुन्नन की मौत कैली बस्ती में हुयी थी। बाकी अन्य की मृत्यु लखनऊ में हुई है।
जिलाधिकारी के निर्देश पर लालपुर गांव को सैनिटाइज व दवा का वितरण कराया जा रहा है। वहीं उन्होंने बताया कि क्षेत्र में कुल तीस कंटेंनमेंट जोन बनाये गये हैं। जिनमें दवा का वितरण करा कर उन गांवों की निगरानी की जा रही है। साथ ही उन्होंने लोगो से अपील की है कि लोग डरें नहीं संयमित रहें। अफवाहों पर ध्यान ना दें। योग करें व कोविड-19 के नियमों का पालन करते रहें। बीमारी बड़ी नहीं है बस समझदारी से काम लेने की जरूरत है।
घर-घर कराएं कोविड जांच,सफाई पर भी हो जोर
जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल ने लालपुर गांव में सैनिटाइजेशन करवाने, सभी परिवारों में दवा वितरित कराने तथा साफ-सफाई के लिए अभियान चलाने को कहा है। बताया कि पूरे गांव को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। बताया कि आरआरटी टीम भेजकर वहां निवास कर रहे सभी लोगों की कोविड जांच कराई जा रही है। कोरोना वायरस से बचाव एवं रोकथाम के लिए उन्हें आवश्यक दवाएं भी दी जा रही हैं। उन्होंने गांव के लोगों से अपील किया है कि चिकित्सकों द्वारा दी गई दवा का सेवन करें तथा कोरोना वायरस की जांच में सहयोग करें।