गोरखपुर विश्वविद्यालय में जल्द शुरू होगी शिक्षकों और कर्मचारियों की नियुक्ति प्रक्रिया Gorakhpur News
खाली पदों को भरे जाने के लिए रोस्टर को कार्यपरिषद की मंजूरी पहले ही मिल चुकी है। जल्द ही विज्ञापन के माध्यम से आवेदन आमंत्रित किए जाएंगे। इसके अलावा सभी विभागाध्यक्ष अपने-अपने विभाग का एक इन्फार्मेशन ब्रोशर तैयार कराएंगे।
गोरखपुर, जेएनएन। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में खाली चल रहे शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक पदों को जल्द भरा जाएगा। इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने न केवल विज्ञापन जारी करने की योजना बना ली है बल्कि तमाम औपचारिकताओं को भी पूरा कर लिया है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने यह जानकारी संकायाध्यक्षों और विभागाध्यक्षों के साथ हुई आनलाइन बैठक के दौरान दी।
कार्य परिषद से मिल चुकी है मंजूरी
उन्होंने बताया कि खाली पदों को भरे जाने के लिए रोस्टर को कार्यपरिषद की मंजूरी पहले ही मिल चुकी है। जल्द ही विज्ञापन के माध्यम से आवेदन आमंत्रित किए जाएंगे। इसके अलावा सभी विभागाध्यक्ष अपने-अपने विभाग का एक इन्फार्मेशन ब्रोशर तैयार कराएंगे। इस ब्रोशर में विभाग का इतिहास, उद्देश्य, कोर्स की उपलब्धता, सीट, फैकल्टी और एल्युमिनाई की जानकारी उपलब्ध रहेगी। प्रो. ङ्क्षसह ने कहा इस ब्रोशर को तैयार करने मेें इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि सभी का फार्मेट एक जैसा हो। ब्रोशर में प्रवेश की गाइड लाइन और आरक्षण की जानकारी भी उपलब्ध रहेगी।
एलुमिनाई का होगा वेब पेज, विवि की वेबसाइट पर होगा अपलोड
बैठक के दौरान कुलपति ने कहा कि विभागवार आयोजित होने वाले एलुमिनाई मीट को अब आनलाइन मोड में शुरू किया जाएगा। इसके लिए एक एलुमिनाई का पेज तैयार किया जाएगा, जिसे विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध कराया जाएगा।
पीएचडी प्रवेश से जुड़े नोटिफिकेशन सात मई तक करें जारी
कुलपति ने सभी संकायाध्यक्षों को निर्देश दिया कि वह सात मई तक पीएचडी प्रवेश से जुड़ा नोटिफिकेशन जारी कर दें। इस नोटिफिकेशन को विवि की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा, जिससे पीएचडी प्रवेश से जुड़ी सारी जानकारी विद्यार्थियों को मिल सके।
हेल्थ सेंटर पर मिलेंगी कोविड की दवाएं
बैठक के दौरान विश्वविद्यालय स्वास्थ्य केंद्र पर कोविड को लेकर जरूरी दवाएं उपलब्ध कराए जाने की मांग उठी। इस पर कुलपति ने सभी को आश्वस्त किया कि बहुत जल्द स्वास्थ्य केंद्र पर कोविड महामारी से निजात दिलाने वाली सभी जरूरी दवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। उन्होंने इसे लेकर अधिष्ठाता छात्र कल्याण को प्रस्ताव तैयार करने के लिए निर्देशित किया।
बैठक में लिए गए अन्य फैसले
बोर्ड ऑफ स्टडीज को रिवाइज किया जाएगा।
प्रैक्टिकल परीक्षाएं वार्षिक परीक्षाओं के बाद आयोजित की जाएंगी।
स्नातक और परास्नातक कोर्स सीबीसीएस मोड में लाया जाएगा।
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