यूपी में शीघ्र होगी 50 हजार सिपाहियों की भर्ती : डीजीपी
यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि 42 हजार रिक्रूटो की ट्रेनिंग चल रही है। करीब 50 हजार और सिपाहियों की भर्ती होगी। इसके लिए दो आैर ट्रेनिंग सेंटर खोले जाएंगे।
गोरखपुर, जेएनएन। डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि पिछली सरकार की तुलना में अपराध कम हुए हैं। डायल 100 पर भी अब मुकदमे दर्ज किये जा रहे हैं। एक लाख सिपाहियों की भर्ती का लक्ष्य रखा गया था, 42 हजार रिक्रूटो की ट्रेनिंग चल रही है। करीब 50 हजार और सिपाहियों की भर्ती होगी। इसके लिए दो आैर ट्रेनिंग सेंटर जालौन और सुल्तानपुर में खोले जा रहे हैं।
सिद्धार्थनगर में पुलिस लाइन में बुधवार को क्राइम ब्रांच भवन का लोकार्पण करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए डीजीपी ने कहा कि आने वाले समय में तकनीक व कुशलता पर आधारित पुलिसिंग होगी। बेरोजगार युवाओं के लिए पुलिस बल में अपार संभावनाएं हैं। आज लोगों का पुलिस पर भरोसा बढ़ा है। पुलिस के कड़े तेवर देख अपराधी जमानत तोड़वा कर वापस जेल में जा रहे हैं। अपराध के ग्राफ में तेजी से कमी आई है। सांप्रदायिक सौहार्द को कायम रखा गया। सभी त्योहार सकुशल संपादित किये गए। कहीं कोई दंगा नहीं हुआ। महिला सम्मान के हितों की रक्षा करने के लिए पुलिस कटिबद्ध है। आपरेशन आत्मसुरक्षा व डिस्ट्राय चलाया जा रहा है। इसमें छात्राओं को आत्मसुरक्षा के गुण बताये जा रहे हैं। विभाग में बड़े पैमाने पर नई भर्तियां की जाएगी। महिला बटालियन का स्थापना की जाएगी। शामली में अतिरिक्त पीएसी बटालियन स्थापित करने के संबंध में शासन स्तर से पत्राचार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि साइबर अपराध पर कंट्रोल के लिए आइआइटी कानपुर व बीट्स पिलानी जैसी इंजीनियरिंग संस्थान से सहयोग लिया जा रहा है। पुलिस कॉप ऐप को लांच कर दिया गया है। लोगों को थाना का चक्कर लगाने से छुटकारा मिल जाएगा। प्राथमिकी भी इसी से दर्ज की जाएगी। कुल 28 बिदुओं की जानकारी ऐप से मिलेगी। एक सप्ताह के भीतर 50 हजार लोगों ने ऐप को डाउनलोड किया है। 1090 योजना को भी विस्तारित किया गया है। आपरेशन मुस्कान में खोये हुए बच्चों को घर पहुंचाने का काम किया गया। आपरेशन आत्मरक्षा में छात्राओं के साथ महिलाओं को सशक्त बनाया जा रहा है। आपरेशन डिस्ट्राय में आश्लील साहित्यों को नष्ट करने का काम किया गया है। संगीन अपराधों में कुल 3236 कार्रवाई की गई। 7480 गिरफ्तारी हुई व 71 बड़े अपराधियों के खिलाफ इनकाउंटर जैसी कार्रवाई हुई। यह सब प्रदेश के बड़े इनामिया अपराधी रहे।