फर्जी वेबसाइट बनाकर आइआरसीटीसी में कर रहे भर्ती, गोरखपुर पहुंचा लेटर Gorakhpur News
पूर्वोत्तर रेलवे के गोरखपुर लखनऊ वाराणसी कानपुर बरेली और आगरा आदि स्थित आइआरसीटीसी के दफ्तरों में फर्जी ज्वाइनिंग लेटर आने के बाद अधिकारियों के कान खड़े हो गए हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। जालसाजों ने रेलवे के बाद अब इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कार्पोरेशन (आइआरसीटीसी) में फर्जी भर्ती शुरू कर दी है। इसके लिए बकायदा आइआरसीटीसी के समानांतर वेबसाइट भी चला रहे हैं। धड़ल्ले से ग्रुप सी में 1800 ग्रेड पे पर नियुक्ति का ज्वाइनिंग लेटर भी जारी कर रहे हैं। इसके लिए बेरोजगारों से तीन से पांच लाख रुपये वसूल रहे हैं। यह तब है जब आइआरसीटीसी में नियुक्ति की कोई प्रक्रिया ही शुरू नहीं हुई है।
गोरखपुर पहुंचा ज्वाइन लेटर बेरोजगार
पूर्वोत्तर रेलवे के गोरखपुर, लखनऊ, वाराणसी, कानपुर, बरेली और आगरा आदि स्थित आइआरसीटीसी के दफ्तरों में फर्जी ज्वाइनिंग लेटर आने के बाद अधिकारियों के कान खड़े हो गए हैं। दो दिन पहले गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर एक व्यक्ति आइआरसीटीसी के पैड पर मथुरा निवासी मदन लाल नाम से पूर्वोत्तर रेलवे में बुकिंग क्लर्क के पद पर जारी ज्वाइनिंग लेटर लेकर घूम रहा था। मामले की जानकारी हुई तो सुपरवाइजरों के माथे पर बल पड़ गए। दरअसल, रेलवे में नौकरी के नाम पर फर्जीवाड़ा कोई नई बात नहीं है। वाराणसी मंडल में पिछले साल जालसाजों ने एनईआर के समानांतर वेबसाइट तैयार कर फर्जी भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी थी। मुख्यालय गोरखपुर में पूर्वांचल के अलावा दिल्ली और पंजाब के युवा फर्जी ज्वाइनिंग लेटर लेकर पहुंचते रहे हैं।
जालसाजों वेतन भी लगाया
ज्वाइनिंग लेटर देखकर ही फर्जीवाड़ा की आशंका बढ़ जा रही है। रेलवे के ग्रुप डी में 1800 ग्रेड पे पर चतुर्थ श्रेणी के पदों पर नियुक्ति होती है, जबकि जालसाज 1800 ग्रेड पे पर ही ग्रुप सी के बुकिंग क्लर्क आदि पदों पर नियुक्ति कर दे रहे हैं। जानकारों के अनुसार रेलवे में आइआरसीटीसी के बढ़ते क्षेत्र को देखते हुए जालसाजों ने इसे ही इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है।
भ्रामक विज्ञापनों में न फंसें युवा, सत्यता जांच लें
आइआरसीटीसी के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अश्विनी श्रीवास्तव का कहना है कि युवा भ्रामक विज्ञापनों में न फंसे, सत्यता की जांच कर लें। आइआरसीटीसी में कोई भर्ती नहीं हो रही। अगर भर्ती होती है तो उसका आधिकारिक वेबसाइट पर अधिकृत विज्ञापन निकलता है। फर्जीवाड़ा का मामला संज्ञान में आया है। आगरा में छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। इस पर पूरी तरह से अंकुश लगाने के लिए रेलवे बोर्ड सहित संबंधित विभागों को पत्र भी लिखा गया है।