अभी भी लाल निशान से .38 सेमी ऊपर बह रही राप्ती, खतरे के निशान से नीचे आई बूढ़ी राप्ती
सिद्धार्थनगर जिले में राप्ती को छोडकर अधिकतर नदियों का जलस्तर कम होने लगा है। राप्ती अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। अन्य नदियों का जलस्तर लाल निशान से नीचे आ गई है। हालांकि लोगों की मुश्किलें अभी बरकरा है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। सिद्धार्थनगर जिले में बूढ़ी राप्ती खतरे के निशान से नीचे आ गई है। यह अभी भी घट रही है। कूड़ा नदी का भी जलस्तर तीन दिन पूर्व खतरे के निशान से नीचे आ चुका है। इस समय केवल राप्ती ही खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। अन्य नदी व पहाड़ी नाले का जलस्तर लाल निशान से नीचे है। अधिकतर नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से से नीचे आने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली है, लेकिन जलभराव की वजह से परेशानियां अभी भी बनी हुई हैं।
बाढ के पानी की वजह से अभी जलमग्न है कई गांवों के संपर्क मार्ग
कई गांवों के संपर्क मार्ग पर अभी भी बाढ़ का पानी बह रहा है। कुछ बाढ़ प्रभावित गांव में अभी भी नाव व स्टीमर चल रहे हैं। जलस्तर कम होने की वजह से कई गांवों में स्टीमर या नाव नहीं जा पा रही है। वहां के लोगों को पानी से हाेकर गुजरना पड रहा है। बूढ़ी राप्ती का जलस्तर खतरे के निशान से .20 सेमी नीचे आ गया है। यह घट रही है। इसके जलस्तर से .63 सेमी कमी आई है।
धीमी रफ्तार से घट रही है राप्ती नदी
राप्ती धीमी गति से घट रही है। इसका जलस्तर .07 सेमी कम हुआ है। यह नदी अभी भी .38 सेमी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। उसका बाजार रेलवे पुल के पास कूड़ा नदी खतरे के निशान से .65 सेमी नीचे है। आलमनगर गेज पर भी यह नदी खतरे के निशान से नीचे बह रही है। घोघी नदी खतरे के निशान नीचे आ गई है। पहाड़ी नाला जमुआर का पानी भी कम हुआ है। बानगंगा बैराज पर नदी खतरे के निशान से नीचे है।
यह है नदियों के जलस्तर की स्थिति (मीटर में)
नदी- जलस्तर- खतरे का निशान
बानगंगा- 93.100- 93.420
राप्ती- 85.280- 84.900
बूढ़ी राप्ती- 85.450- 85.650
कूड़ा (रेलवे पुल)- 82.870- 83.520
कूड़ा (आलमनगर)- 84.000- 87.200
घोघी- 83.400- 87.000
जमुआर- 83.500- 84.890
तेलार- 82.900- 87.500