राप्ती खतरे के निशान से ऊपर, बाकी सभी नदियों का जलस्तर नीचे Gorakhpur News
राप्ती नदी खतरे के निशान से 43 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। इसलिए राप्ती के तटवर्ती गांवों के लिए खतरा बरकरार है।
गोरखपुर, जेएनएन। जिले की सभी नदियों का जलस्तर लगातर घटने प्रशासन ने राहत की सांस ली है। सरयू नदी खतरे के निशान से नीचे बह रही है। जबकि राप्ती नदी का जलस्तर घटने के बावजूद खतरे के निशान से ऊपर है। प्रशासन की ओर से राहत एवं बचाव कार्य जारी है।
जानकारी के अुनसार सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान से छह सेंटीमीटर नीचे चल रहा है। राप्ती नदी का जलस्तर पिछले कुछ दिनों से लगातार घट रहा है। फिर भी नदी खतरे के निशान से 43 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। इसलिए राप्ती के तटवर्ती गांवों के लिए खतरा बरकरार है। राप्ती नदी के उतराने के कारण कई गांवों में अब भी पानी लगा हुआ है।
कुआनों और रोहिन भी खतरे से नीचे
वहीं कुआनो नदी खतरे के निशान से करीब 62 सेंटीमीटर बह रही है। इसी तरह से रोहिन नदी भी खतरे के निशान से एक मीटर 41 सेंटीमीटर नीचे आ चुकी है। माना जा रहा है कि कुछ दिन यही स्थिति रही तो राप्ती का जलस्तर भी खतरे के बिंदु से नीचे आ जाएगा।
बाढ़ प्रभावित गांवों में समस्या अब भी कायम
जलस्तर भले ही घट रहा हो लेकिन जिन गांवों में पानी घुसा है, वहां समस्याएं बनी हुई हैं। प्रशासन की ओर से राहत सामग्री का वितरण लगातार किया जा रहा है। 86 बाढ़ चौकियां सक्रिय हैं। 114 गांव प्रभावित हैं, जिनमें से 45 चारों ओर से पानी से घिरे हैं। जिले में छोटी-बड़ी 359 नाव उपलब्ध हैं, जिनमें से 279 नावें लोगों के आवागमन के लिए लगाई गई हैं। तहसीलों की ओर से मांग किये जाने के बाद अयोध्या से 30 बड़ी नावें मंगाई गई हैं। उप जिलाधिकारियों ने अपने क्षेत्रों में दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। जिलाधिकारी ने बाढ़ प्रभावित गांवों में पेयजल की आपूर्ति, हैंडपंप के विसंक्रमण सहित सभी जरूरी सामान की उपलब्धता के निर्देश दिए हैं।