राप्ती और रोहिन खतरे के निशान से ऊपर, तटबंध टूटे तो तबाही तय Gorakhpur News
शासन ने 15 जून तक बंधों की मरम्मत का आदेश दिया था लेकिन कार्य समय से पूरा नहीं कराया जा सका है। दक्षिणांचल के 53 गांवों की सुरक्षा के लिए बनाया गया बांध खतरे में है।
गोरखपुर, जेएनएन। जनपद में राप्ती व रोहिन नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। राप्ती खतरे के निशान से 26 सेमी व रोहिन 27 सेमी ऊपर बह रही है। दोनों नदियों का पानी बढ़त पर होने से तटबंधों पर दबाव बढऩे लगा है। इस बीच सरयू नदी के जलस्तर में कमी आने से सिंचाई विभाग ने राहत की सांस ली है। अयोध्या पुल पर सरयू खतरे के निशान से 19 सेमी नीचे बह रही है।
समय से पूरा नहीं हो पाया बांध मरम्मत का कार्य
शासन ने 15 जून तक बंधों की मरम्मत का आदेश दिया था लेकिन कार्य समय से पूरा नहीं कराया जा सका है। दक्षिणांचल के 53 गांवों को राप्ती नदी से सुरक्षित करने के लिए बनाया गया कोठा-नवलपुर बांध जर्जर हालत में है। इस बांध पर खुटभार, कंसासुर, सेमराबुजुर्ग, बैरियाडीह, मझवलिया, रूदौली, ददरी, नवलपुर, आछीडीह गांव के पास बड़े-बड़े रेनकट तबाही मचाने के लिए पर्याप्त हैं। नदी लगातार बढ़त पर है ऐसे में तटबंध टूटने पर इन क्षेत्रों में भारी तबाही मच सकती है।
बाढ़ के समय मरम्मत कार्य बेमलब
ग्रामीणों का कहना है कि बाढ़ के समय मरम्मत का कार्य शुरू होने से सरकारी धन बर्बादी होती है। बाढ़ खंड दो के अधिशासी अभियंता रूपेश खरे ने बताया कि तटबंध के अधिकांश हिस्से की मरम्मत करा दी गई थी लेकिन लागातार हो रही बारिश के कारण तटबंधों पर रेनकट हो गए हैं। मौसम ठीक होते ही मरम्मत शुरू करा दी जाएगी।
बाढ़ की आशंका को लेकर ग्रामीण भयभीत
रोहिन नदी पर बने मानीराम कुदरिहा तटबंध के ग्राम लक्ष्मीपुर के करमहां खुर्द टोले के पास मंगलवार को रैट होल से रिसाव को देर रात सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बंद करा दिया। रिसाव होने के कारण ग्रामीणों में भय व्याप्त हो गया है। तीन साल पहले 16 अगस्त 2017 को रोहिन नदी पर बने मानीराम कुदरिहा तटबंध पर ग्राम लक्ष्मीपुर के करमहां खुर्द टोले के पास दो स्थानों पर रैट होल से रिसाव होने लगा। रात में दोनो जगह तटबंध टूट गया जिसके कारण मछरिहां से लेकर मानीराम, बालापार तक सैकड़ों गांव जलमग्न हो गए। उसी कटान स्थल से कुछ दूरी पर मंगलवार को भी तटबंध में रैट होल से रिसाव होता देखकर ग्रामीणों के होश उड़ गए थे। सूचना पर पहुंचे जेई मिथिलेश लाल व एसडीओ आरके मल्ल ने ग्रामीणों की मदद से जेसीबी लगाकर रैट होल से हो रहे रिसाव को रात 11 बजे बंद कराया गया। बंधे पर पेट्रोङ्क्षलग बढ़ा दी गयी है।