Manish Murder Case: मनीष की हत्या के बाद कोतवाली क्षेत्र में देखी गई थी रामगढ़ताल थाना पुलिस
मनीष हत्याकांड की जांच में जुटी कानपुर की एसआइटी के हाथ एक और सीसीटीवी फुटेज लगा है जिसमें बीते 28 सितंबर की सुबह चार बजे रामगढ़ताल थाना पुलिस की जीप शहर के कोतवाली क्षेत्र में देखी जा रही है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। मनीष हत्याकांड की जांच में जुटी एसआइटी(विशेष जांच दल) के हाथ एक और सीसीटीवी फुटेज लगा है, जिसमें बीते 28 सितंबर की सुबह चार बजे रामगढ़ताल थाना पुलिस की जीप शहर के कोतवाली क्षेत्र में देखी जा रही है। एसआइटी इस सवाल का जवाब तलाश रही है कि घटना के बाद रामगढ़ताल थाना पुलिस कोतवाली क्षेत्र में आखिर क्यों गई थी।
सीसीटीवी फुटेज में कैद हुई हैं रामगढ़ताल थाने की गतिविधियां
मनीष हत्याकांड की जांच को लेकर एसआइटी साक्ष्य के तौर अभी तक आधा दर्जन से अधिक सीसीटीवी फुटेज एकत्रित कर चुकी है। होटल कृष्णा पैलेस का सीसीटीवी फुटेज, मानसी हास्पिटल का सीसीटीवी फुटेज आदि शामल है। एक सीसीटीवी फुटेज में रामगढ़ताल थाने की जीप कोतवाली के बक्शीपुर में देखी जा रही है। सवाल यह है कि घटना की रात रामगढ़ताल पुलिस कोतवाली क्षेत्र में आखिर कर क्या रही थी। न तो वह थाने का क्षेत्र न सर्किल। मृतक व अन्य पीडि़त भी वहां के रहने वाले नहीं थे, ऐसे में पुलिस किस लिए बक्शीपुर गई थी, यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।
देर शाम बढ़ाई गईं दो-दो टीमें
हत्यारोपितों की गिरफ्तारी के लिए गठित गोरखपुर की छह टीमों के अलावा शनिवार देर शाम दो टीमें बढ़ा दी गईं। आठ टीमों को छह जिलों में रवाना किया गया है। कानपुर से भी पहले हत्यारोपितों की गिरफ्तारी के लिए छह टीमें लगाई गई थीं। बाद में उनकी संख्या बढ़ाकर आठ कर दी गई।
फरार एसआइ विजय की तलाश में टीम ने दी दबिश
उधर, फरार दारोगा विजय यादव की तलाश में शनिवार को गोरखपुर के रामगढ़ताल थाने की पुलिस ने जौनपुर बक्शा के चितौड़ी में दबिश दी। दबिश में टीम को मायूसी हाथ लगी। बक्शा थानाध्यक्ष विनोद कुमार ङ्क्षसह ने बताया कि गिरफ्तारी के लिए दबिश देने आई गोरखपुर की पुलिस टीम में रामगढ़ताल के प्रभारी निरीक्षक सुशील कुमार शुक्ल, उप निरीक्षक सादिक पटेल, जनार्दन चौधरी, कांस्टेबल सुनील पटेल, शशिकांत, रसीद अख्तर खान, सनातन ङ्क्षसह आदि शामिल रहे।