खत्म होगी रेमडेसिविर की किल्लत, सीधे अस्पतालों को की जाएगी आपूर्ति Gorakhpur News
गोरखपुर के चार नर्सिंग होम में पर्याप्त मात्रा में रेमडेसिविर उपलब्ध करा दी गई है। यहां भर्ती मरीज के स्वजन को अब कलेक्ट्रेट का चक्कर नहीं काटना पड़ रहा है। अन्य नर्सिंग होम में पुरानी व्यवस्था के तहत कलेक्ट्रेट से इंजेक्शन उपलब्ध कराया जा रहा है।
गोरखपुर, जेएनएन। रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी अब दूर होने लगी है। गंभीर मरीजों की संख्या में कमी और आपूर्ति बढ़ने साथ ही औषधि प्रशासन विभाग ने बड़े नर्सिंग होम को रेमडेसिविर उपलब्ध कराना शुरू कर दिया है। शहर के चार नर्सिंग होम में पर्याप्त मात्रा में रेमडेसिविर उपलब्ध करा दी गई है। यहां भर्ती मरीज के स्वजन को अब कलेक्ट्रेट का चक्कर नहीं काटना पड़ रहा है। अन्य नर्सिंग होम में पुरानी व्यवस्था के तहत कलेक्ट्रेट से इंजेक्शन उपलब्ध कराया जा रहा है।
चार नर्सिंग होम को दी गई आपूर्ति, औषधि प्रशासन विभाग की टीम रख रही नजर
पिछले महीने कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने लगी तो रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए हाहाकार मचने लगा। थोक दवा मंडी भालोटिया मार्केट और सूरजकुंड स्थित दवा व्यापारी के पास जैसे ही इंजेक्शन आता तत्काल बिक जाता। कुछ जगहों से कालाबाजारी की भी शिकायत मिलने लगी। इसके बाद जिला प्रशासन ने बाजार में आने वाली सभी रेमडेसिविर की आपूर्ति अपने नियंत्रण में ले लिया। कलेक्ट्रेट स्थित आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कार्यालय से सुबह इंजेक्शन के लिए टोकन देने की व्यवस्था शुरू कर दी गई।
ऐसे मिलेगा इंजेक्शन
अस्पताल में भर्ती मरीज को डाक्टर की तरफ से रेमडेसिविर के लिए दी गई पर्ची, जिला प्रशासन की ओर से जारी प्रोफार्मा, मरीज की आरटीपीसीआर की रिपोर्ट, मरीज व स्वजन के आधारकार्ड की फोटोकापी को कलेक्ट्रेट में जमा कराया जाता। इसके बाद टोकन के आधार पर रुपये लेकर इंजेक्शन दिए गए।
पांच हजार से ज्यादा बिका रेमडेसिविर
ड्रग इंस्पेक्टर जय सिंह ने बताया कि पिछले महीने से अब तक जिले में इलाज करा रहे मरीजों को पांच हजार से ज्यादा रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध कराया जा चुका है। चार नर्सिंग में इंजेक्शन उपलब्ध करा दिया गया है। अन्य नर्सिंग होम से आने वाली मांग के अनुसार मरीज के स्वजन को इंजेक्शन उपलब्ध कराया जा रहा है। बाबा राघवदास मेडिकल कालेज और टीबी अस्पताल में रेमडेसिविर की उपलब्धता पहले से ही है।