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राखी हत्याकांड : पांच माह में 350 बार डा. डीपी सिंह की हुई थी बात

राखी मर्डर केस में चौंकाने वाले तथ्य आए हैं। एक जनवरी से 28 मई तक राखी से डॉ. डीपी सिंह की 350 बार बातचीत हुई थी

By JagranEdited By: Published: Tue, 25 Dec 2018 04:30 PM (IST)Updated: Tue, 25 Dec 2018 04:30 PM (IST)
राखी हत्याकांड : पांच माह में 350 बार डा. डीपी सिंह की हुई थी बात
राखी हत्याकांड : पांच माह में 350 बार डा. डीपी सिंह की हुई थी बात

गोरखपुर, जेएनएन। डॉ. डीपी सिंह व राखी श्रीवास्तव के बीच पांच माह में 350 बार बातचीत हुई थी। राखी के पति मनीष की शिकायत पर छानबीन में जुटी एसटीएफ ने कॉल डिटेल के आधार पर ही हत्या की गुत्थी सुलझाई। राखी का सिमकार्ड गुवाहाटी कैसे पहुंचा यह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है।

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1 जनवरी से 28 मई के बीच डॉ. डीपी सिंह और राखी श्रीवास्तव के बीच प्रतिदिन बातचीत हुई। चार जुलाई को राखी के भाई अमर की तहरीर पर शाहपुर पुलिस ने उसके पति मनीष सिन्हा पर अपहरण का मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू की। काल डिटेल में बातचीत की जानकारी मिली लेकिन राखी का पता न चलने से मामला आगे नहीं बढ़ पाया। दो माह पहले अधिकारियों के निर्देश पर एसटीएफ ने मामले की छानबीन शुरू कर दी। दो माह तक डॉ. डीपी ंिसंह और उसके कर्मचारियों के खिलाफ टीम साक्ष्य जुटाने में लगी रही। 10 दिन पहले नेपाल पुलिस द्वारा भेजी गई राखी की फोटो की पहचान होते ही एसटीएफ ने आरोपितों को गिरफ्तार कर घटना का पर्दाफाश किया।

जेल के अस्पताल में चलेगा इलाज

हत्यारोपित डॉ. डीपी सिंह जेल के अस्पताल में ही भर्ती है। सोमवार को भी जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज का कोई डॉक्टर जांच करने नहीं पहुंचा। वरिष्ठ जेल अधीक्षक डॉ. रामधनी का कहना है कि जेल अस्पताल में ही डॉ. डीपी सिंह का इलाज चलेगा।

यह है मामला :

गोरखपुर शहर के शाहपुर के बिछिया में रहने वाली राखी श्रीवास्तव की आठ जून को नेपाल के पोखरा में हत्या कर दी गई। एसटीएफ ने इस मामले में शुक्रवार को आर्यन हास्पिटल के संचालक डॉ. डीपी सिंह और उनके कर्मचारी प्रमोद सिंह और देश दीपक निषाद को गिरफ्तार कर घटना का पर्दाफाश किया। शाहपुर थाने में राखी के अपहरण का मुकदमा दर्ज था। विवेचक ने इसी मुकदमें में हत्या का मामला बढ़ाकर शनिवार को डॉ. डीपी सिंह और आरोपित कर्मचारियों को जेल भेजा। सीने में दर्द, ब्लड प्रेशर और सुगर बढ़ने की शिकायत पर जेलर ने डॉ. डीपी सिंह को जेल के अस्पताल में भर्ती कराया है।


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