अंडरपास पर छज्जा के साथ बनेगा रेन वाटर हार्वेस्टिंग
अंडरपास बनने के बाद भी नंदानगर क्रासिंग बंद नहीं होगी। मुख्य मार्ग से होकर बड़े वाहन गुजरेंगे। जबकि अंडर पास से हल्के वाहनों का आवागमन होगा। नंदानगर अंडरपास दिसंबर तक तैयार हो जाने की उम्मीद की जा रही है।
गोरखपुर : अंडरपास बनने के बाद भी नंदानगर क्रासिंग बंद नहीं होगी। मुख्य मार्ग से होकर बड़े वाहन (बस और ट्रक आदि) गुजरेंगे, जबकि अंडरपास से हल्के वाहनों का आवागमन होगा। इसके चलते क्रासिंग पर जाम नहीं लगेगा। निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। दिसंबर तक पूरा हो जाएगा।
अंडरपास क्रासिंग के दोनों तरफ बनेंगे। अंडरपास की ऊंचाई लगभग ढाई मीटर और चौड़ाई साढे तीन मीटर होगी। जिससे मोटरसाइकिल, रिक्शा, आटो, टेंपो, कार, लग्जरी गाड़ियां, वैन, पिकप, जीप, मिनी बसें आदि हल्के वाहन पास होंगे। जल जमाव को रोकने के लिए अंडरपास पर छज्जा लगेगा। पास ही रेन वाटर हार्वेस्टिंग भी तैयार होगा। क्रासिंग बंद होने से कुछ देर के लिए बस और ट्रकों का आवागमन तो रुक जाएगा, लेकिन हल्के वाहन अंडरपास से होकर गुजरते रहेंगे। इससे एयरपोर्ट के यात्री, नौकरीपेशा, छात्र, मरीज, व्यवसाई व आम लोगों को परेशानी नहीं होगी। आवागमन निर्बाध गति से चलता रहेगा।
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रेलवे और पीडब्लूडी के
सहयोग से हो रहा निर्माण
अंडरपास का निर्माण रेलवे और पीडब्लूडी के सहयोग से हो रहा है। निर्माण के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने 5.4 करोड़ रुपये बजट स्वीकृत किया है। जिसमें 1.8 करोड़ रुपये अवमुक्त भी हो गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निरीक्षण के बाद कार्य में तेजी आ गई है। रेलवे के इंजीनियरों ने भी जोरशोर से तैयारी शुरू कर दी है।
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56 बाक्स को जोड़ने के
लिए दो दिन का ब्लाक
दोनों अंडर पास आरसीसी बाक्स से जोड़कर बनाए जाएंगे। इसके लिए 56 बाक्स तैयार किए जा रहे हैं। बाक्स क्रासिंग के दोनों तरफ रेल लाइन के नीचे अति आधुनिक मशीनों से सेट किए जाएंगे। सितंबर में बाक्स लगाने की योजना है। इसके लिए दो रविवार को छह-छह घंटे के ब्लाक लिए जाएंगे।
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मार्च तक पूरा हो जाएगा
कौवाबाग अंडरपास
कौवाबाग में बन रहा अंडरपास (सब-वे) भी मार्च 2018 तक बनकर तैयार हो जाएगा। खोदाई के कार्य तो बंद हैं लेकिन केबिल आदि डाले जा रहे हैं। बरसात बाद खोदाई शुरू होगा। क्रासिंग निर्माण के लिए रेलवे प्रशासन ने लगभग 17 करोड़ रुपये स्वीकृत हैं। अंडरपास के बन जाने से रेलवे अस्पताल, आरपीएफ प्रशिक्षण केंद्र, निर्माण संगठन और रेलवे स्कूल के अलावा रेलवे में तैनात कर्मचारी और उनके परिजन तथा प्राइवेट कालोनियों में रहने वाले हजारों लोगों का आवागमन आसान हो जाएगा। सीपीआरओ संजय यादव के अनुसार गुणवत्ता के साथ समय से कार्य पूरा करने के लिए कार्यदायी संस्थाओं को निर्देशित कर दिया गया है।