Water Logging in Gorakhpur: 36 घंटे से बारिश बंद, फिर भी घरों व मोहल्लों में पानी जस का तस
Water Logging in Gorakhpur गोरखपुर में बारिश बंद हुए 36 घंटे बीतने के बाद भी शहर में पानी जस का तस है। शहर की गलियां पानी से लबालब भरी हैं। शनिवार की रात से सोमवार का दिन गुजरने के बाद कहीं आठ इंच तो कहीं एक फीट पानी लगा है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। बारिश बंद हुए 36 घंटे बीतने के बाद भी शहर में पानी जस का तस है। शहर की गलियां पानी से लबालब भरी हैं। शनिवार की रात से सोमवार का दिन गुजरने के बाद कहीं आठ इंच तो कहीं एक फीट पानी लगा है।
मेडिकल कालेज रोड, सिंघडिय़ा, खाले टोला में घर के अंदर से नहीं निकला पानी
सिंघडिय़ा, खाले टोला, पादरी बाजार, बिछिया, नकहा नंबर एक, बडग़ो रोड, देवरिया रोड, देवरिया बाइपास रोड के किनारे की कालोनियों में पानी कम ही नहीं हुआ है। सिंघडिय़ा से तुर्रा नाला तक बने क'चे नाले से तेजी से पानी निकल रहा है लेकिन इलाके में इतना ज्यादा जलभराव है कि नागरिकों को बहुत राहत नहीं मिल पा रही है। पार्षद के प्रतिनिधि हीरालाल यादव ने कहा कि इतना ज्यादा पानी आज तक नहीं देखा। खाले टोला के बीस से ज्यादा परिवार पशुओं को लेकर दूसरी जगह चले गए हैं। विद्यानगर, प्रेमनगर, कृष्णानगर आदि कालोनियों में कोई घर से बाहर नहीं निकल पा रहा है। यहां अब नाव का ही सहारा है।
शहर की गलियों में अब भी है जलभराव, महेवा मंडी में पानी के बीच बेची सब्जियां
मेडिकल कालेज रोड के किनारे की कालोनियों में पानी निकलने की कोई जगह न होने के कारण पार्षद भी शांत होकर बैठ गए हैं। वसुंधरानगर के राहुल उपाध्याय, संतोष सिंह, अरविंद सिंह, नरेंद्र मिश्र, दीनबंधु पांडेय, शैलेंद्र चौबे, सतीश शुक्ल, शेषनाथ, स्वामीनाथ आदि लोग मकान छोड़कर जा चुके हैं। सुरेश गुप्ता, वीरेंद्र यादव समेत छह परिवार छत पर रह रहे हैं। तारामंडल क्षेत्र की कालोनियों से पानी नहीं निकल पाया है। सिद्धार्थनगर, अश्वमेघनगर, पंचमुखी हनुमान मंदिर के पीछे की कालोनियों में वाहन से आना-जाना मुश्किल है। नौकायन से बौद्ध संग्रहालय जाने वाले रास्ते पर डेढ़ फीट से ज्यादा ऊंचाई में पानी जमा है।
इतना पानी कभी नहीं भरा
मेडिकल कालेज रोड के किनारे बसी कालोनी प्रगति विहार, शिवापुरम, फातिमा बाइपास, विष्णुनगर, आस्था अस्पताल के पीछे, घोष कंपाउंड, भेडिय़ागढ़, राप्तीनगर, बशारतपुर, ओम नगर आदि कालोनियों में नागरिकों का घर से बाहर निकलना मुश्किल है। गोड़धोइया नाला अब भी उफान पर है। भेडिय़ागढ़ वार्ड में जलभराव से नागरिक घरों में कैद हो गए हैं।
पुलिया के नीचे से आ रहा पानी
सिंघडिय़ा इलाके में रेलवे की पुलिया के नीचे से तेज रफ्तार में आ रहा पानी परेशानी बढ़ा रहा है। यहां नगर निगम ने 10 लाख रुपये की लागत से बांध बनाया है लेकिन पानी ओवरफ्लो कर वसुंधरा नगर के रास्ते पूरे इलाके में परेशानी का सबब बन गया है। गोरक्षनगर में सांसद आवास की ओर जाने वाली सड़क पर पानी का बहाव और तेज हो गया है। यहां के नागरिकों का आरोप है कि नगर निगम प्रशासन ने अब उनकी सुधि भी लेनी छोड़ दी है।
नंदानगर में खोदा गया नाला
बारिश के कारण कसया रोड पर अंडरपास के पास पानी ओवरफ्लो कर गया था। पूरे इलाके में जलभराव से नाराज नागरिकों ने रविवार सुबह प्रदर्शन शुरू किया तो नगर निगम ने आनन-फानन में जेसीबी भेजकर कच्चा नाला की खोदाई शुरू कराई।
दाउदपुर में घिरे तीन घर
दाउदपुर में काली मंदिर के पीछे हरिशंकर सिन्हा ने बताया कि मकान में दो दिन से पानी भरा है। यहां नाला ओवरफ्लो कर गया है। हरिशंकर का कहना है कि 12 साल से नगर निगम के अफसरों से गुहार लगा रहा हूं लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। घर में सांप निकल रहे हैं।
पोखरे का पानी घुस रहा कालोनी में
दिव्यनगर विस्तार कालोनी निवासी संजय पांडेय, सुभाष निषाद, गिरीश मिश्र, गौरव कनौजिया, सिबू जायसवाल, पिंटू सिंह, बीके सिंह आदि ने बताया कि कालोनी में बगल के पोखरे से पानी आने से दिक्कत बढ़ती जा रही है। जनसुनवाई पोर्टल और नगर निगम के अफसरों से लगातार शिकायत के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।