नाश्ता- भोजन के साथ ट्रेनों की सटीक जानकारी भी देगा रेलवे Gorakhpur News
स्टेशन पर आप ट्रेनों की अपडेट जानकारी लेने के साथ नाश्ता और भोजन भी कर सकेंगे। गोरखपुर से इसकी शुरुआत होने जा रही है।
गोरखपुर, जेएनएन। यात्री सुविधाओं का खास ख्याल रख रहा रेलवे एक और सुविधा देने जा रहा है। स्टेशन पर आप ट्रेनों की अपडेट जानकारी लेने के साथ नाश्ता और भोजन भी कर सकेंगे। गोरखपुर रेलवे स्टेशन स्थित देश के सबसे बड़े निर्माणाधीन वेटिंग हॉल (लगभग 12 हजार स्क्वायर फीट) में फास्ट फूड यूनिट खुलेगी। हॉल के पश्चिमी छोर पर लगभग 434 स्क्वायर फीट जगह आवंटित भी हो गई है।
आइआरसीटीसी को मिली जिम्मेदारी
निर्माण और संचालन की जिम्मेदारी इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कार्पोरेशन (आइआरसीटीसी) को सौंपी गई है। हालांकि, आइआरसीटीसी पिछले वर्ष से ही फूड प्लाजा के लिए जगह मांग रहा है, लेकिन रेलवे प्रशासन ने अभी यूनिट खोलने की ही अनुमति दी है। दरअसल, विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशन (विश्व का सबसे लंबा प्लेटफार्म- 1366.44 मीटर) पर खानपान की समुचित व्यवस्था नहीं है।
बंद पड़ा जन आहार, बेस किचन भी तैयार नहीं
प्लेटफार्म नंबर दो स्थित जन आहार भी महीनों से बंद पड़ा है। यात्री निराश होकर लौट जाते हैं। प्लेटफार्मों पर चाय, कॉफी, नमकीन, बिस्किट और समोसा तो मिल जाता है, लेकिन समुचित नाश्ता व भोजन के लिए परिसर से बाहर जाना पड़ता है। हालांकि, आइआरसीटीसी ने जन आहार को नए कलेवर में खोलने तथा बेस किचन स्थापित करने की योजनाएं परवान नहीं चढ़ पा रही हैं।
बजट में NER : दिव्यांग यात्रियों की सुविधा के लिए सात करोड़
आम बजट में सरकार ने दिव्यांग यात्रियों की भी सुध ली है। लिफ्ट, रैंप व पानी की टोटियों के पास स्टेंड पोस्ट के लिए बजट में अलग से सात करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। बजट में दिव्यांग यात्रियों के साथ महिला, बुजुर्ग, बीमार और मरीजों की सुविधा के लिए पूर्वोत्तर रेलवे के विभिन्न स्टेशनों पर 14 एस्केलेटर और 16 लिफ्ट लगाने की भी घोषणा हुई है। अप्रैल से टेंडर आदि की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। रेल हादसों पर पूरी तरह अंकुश लगाने के लिए पिछले बजट से ही पर्याप्त धन मिल रहा है। इसका असर भी दिखा है। पूर्वोत्तर रेलवे में एक वर्ष में एक भी दुर्घटना नहीं हुई है। वाराणसी मंडल में गोरखपुर से सिवान के बीच 16 अंडरपास बनाने की अनुमति मिल गई है। लखनऊ मंडल के गोरखपुर से गोंडा के बीच 11 अंडरपास भी बनाए जाएंगे। अंडरपास बनने के बाद रेलवे क्रासिंग पूरी तरह बंद हो जाएंगे। गोरखपुर-आनंदनगर रूट पर क्रासिंग नंबर पांच ए पर ओवरब्रिज निर्माण को हरी झंडी मिल गई है। वाराणसी मंडल के गोरखपुर-भटनी रेलमार्ग पर क्रासिंग संख्या 149 ए पर तथा भाटपाररानी-भटनी रेलमार्ग के क्रासिंग संख्या 112 पर दो लेन वाली सड़क पर तथा लखनऊ मंडल के मगहर-खलीलाबाद रेलवे क्रासिंग संख्या 173 पर रोड ओवरब्रिज की घोषणा हुई है।
दुरुस्त होंगी रेल लाइनें, बढ़ेगी ट्रेनों की रफ्तार
बजट में संरक्षा और सुरक्षा पर विशेष जोर है। रेल लाइनों की मरम्मत के लिए भी अलग से बजट निर्धारित किया गया है। ताकि, ट्रेनों को सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचाया जा सके। गोरखपुर-कैंट-डोमिनगढ़ रूट पर 2.9 किमी के लिए 15 लाख, भटनी-औंडिहार रेलमार्ग पर 24.8 किमी के लिए 30 लाख तथा आनंदनगर-नौतनवां के बीच 15 किमी के लिए 15 लाख रुपये मिले हैं।