Gorakhpur Railway: एक क्लिक पर सामने होंगी रेलवे की खेल गतिविधियां
महाप्रबंधक विनय कुमार त्रिपाठी के मार्गदर्शन में नरसा को डिजिटल प्लेटफार्म पर लाने की प्रक्रिया चल रही है। रेलवे के पुराने सम्मानित खिलाडिय़ों का भी विवरण अंकित किया जाएगा जिससे नई पीढ़ी उनसे आगे बढऩे की प्रेरणा ले सके।
गोरखपुर, जेएनएन। अर्जुन अवार्डी ओलंपियन प्रेम माया हों या कुश्ती के राष्ट्रीय कोच चंद्र विजय सिंह। खेल का इतिहास हो या अपडेट जानकारी। राष्ट्रीय आयोजन हो या अंतरराष्ट्रीय। अब सिर्फ एक क्लिक पर ख्यातिलब्ध खिलाडिय़ों, होनहार प्रतिभाओं और खेल गतिविधियों की अपडेट जानकारी मिल जाएगी। दफ्तरों, स्टेशनों और ट्रेनों से संबंधित कार्यों को डिजिटल प्लेटफार्म पर लाने के बाद पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने क्रीड़ा संघ (नरसा) से संबंधित गतिविधियों को भी आनलाइन करने की योजना तैयार की है। इसके लिए नरसा का वेबसाइट, पोर्टल और एप तैयार किया जा रहा है। प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
खेल की गतिविधियां डिजिटल प्लेटफार्म पर आ जाने के बाद खिलाडिय़ों की राह आसान हो जाएगी। किसी भी जानकारी व आवेदन के लिए उन्हें भागकर विभाग नहीं जाना पड़ेगा। प्रशिक्षण कार्यक्रमों और प्रतियोगिताओं की जानकारी अपने मोबाइल से ही हासिल कर लेंगे। घर या खेल के मैदान से ही अपडेट होते रहेंगे। जानकारों के अनुसार वेबसाइट में खिलाडिय़ों के सामने सभी विकल्प मौजूद रहेंगे। जानकारी के अलावा वे प्रशिक्षण व प्रतियोगिताओं में भाग के लिए आनलाइन आवेदन भी कर सकेंगे।
दरअसल, बाहर ही नहीं रेलवे की खेल प्रतिभाओं को भी रेलवे स्टेडियम व अन्य मंडलीय मैदानों में चल रही खेलकूद के कार्यक्रमों की जानकारी नहीं मिल पाती। मिल रही सुविधाओं और उपलब्ध संसाधनों के बारे में भी लोग नहीं जान पाते। खेल के इतिहास, उपलब्धियां और रेलवे सहित क्षेत्र और देश का नाम रोशन करने वाले राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय खिलाडिय़ों तथा प्रशिक्षकों के बारे में समुचित जानकारी नहीं मिल पाती। ऐसे में रेलवे प्रशासन का यह कदम आने वाले दिनों में मील का पत्थर साबित होगा। यहां जान लें कि सैयद मोदी रेलवे स्टेडियम में ही पुरुष और महिलाओं की कुल 18 टीमों में शामिल रेलवे के करीब 300 राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी 38 प्रशिक्षकों की देखरेख में प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं।
पूर्वोत्तर रेलवे के स्टेडियमों में बनेगा खेलो इंडिया का सेंटर
पूर्वोत्तर रेलवे के स्टेडियमों में खेलो इंडिया का सेंटर भी बनेगा। नरसा की पहल पर रेलवे बोर्ड ने व्यक्तिगत गेम कुश्ती, एथलेटिक व वेट लिङ्क्षफ्टग तथा टीम गेम कबड्डी, वालीबाल और क्रिकेट को खेलो इंडिया का सेंटर बनाने का प्रस्ताव तैयार किया है। बोर्ड ने व्यक्तिगत गेम का प्रस्ताव भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) को भेज दिया है। जिसमें सैयद मोदी रेलवे स्टेडियम गोरखपुर में कुश्ती, लखनऊ में वेट लिफ्टिंग और इज्ज्तनगर में एथलेटिक का सेंटर बनाए जाने की योजना है। सेंटर में ट्रायल के आधार पर अधिकतम 20 खिलाडिय़ों का चयन होगा। जिसमें 25 फीसद रेलकर्मियों के बच्चे तथा 75 फीसद बाहर के खिलाड़ी शामिल होंगे। सेंटर में साई और रेलवे दोनों मिलकर खिलाडिय़ों को तराशेंगे। खिलाडिय़ों को न सिर्फ उच्च स्तरीय प्रशिक्षण मिलेगा, बल्कि उन्हें किट आदि की अतिरिक्त सुविधाएं भी मिलेंगी।
1950 में हुआ था नरसा का गठन
पूर्वोत्तर रेलवे क्रीड़ा संघ (नरसा) का गठन 1950 में हुआ था। इसके पहले भी यह संघ था। जिसे एनई रेलवे एथलेटिक एसोसिएशन (नेरा) के नाम से जाना जाता था। वर्तमान में यह संघ पूर्वोत्तर रेलवे व आसपास के क्षेत्रों में खेल का माहौल तैयार कर रहा है।
पूर्वोत्तर रेलवे क्रीड़ा संघ के महासचिव पंकज कुमार सिंह का कहना है कि युवा खिलाड़ी रेलवे द्वारा खेल को प्रोत्साहित करने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों का लाभ उठा सकें, इसके लिए पूर्वोत्तर रेलवे क्रीड़ा संघ के संरक्षक व पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक विनय कुमार त्रिपाठी के मार्गदर्शन में नरसा को डिजिटल प्लेटफार्म पर लाने की प्रक्रिया चल रही है। रेलवे के पुराने सम्मानित खिलाडिय़ों का भी विवरण अंकित किया जाएगा जिससे नई पीढ़ी उनसे आगे बढऩे की प्रेरणा ले सके।