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Indian Railways: रेलवे का अब ग्रामीण क्षेत्रों में पैसेंजर ट्रेन चलाने पर जोर, यह है कारण

Indian Railways News शहरों से चलने वाली पैसेंजर ट्रेनों को यात्री ही नहीं मिल रहे। ऐसे में रेलवे प्रशासन ग्रामीण क्षेत्रों में पैसेंजर ट्रेनें चलाने पर जोर दे रहा है। यात्रियों को दो से तीन गुना अधिक किराया देना पड़ रहा है इसल‍िए ट्रेनों को यात्री नहीं म‍िल रहे हैं।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Wed, 25 Aug 2021 08:05 AM (IST)Updated: Thu, 26 Aug 2021 09:02 AM (IST)
Indian Railways: रेलवे का अब ग्रामीण क्षेत्रों में पैसेंजर ट्रेन चलाने पर जोर, यह है कारण
रेलवे अब ग्रामीण क्षेत्रों से पैसेंजर ट्रेनें चलाने की तैयारी कर रहा है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। इसे लोगों की उदासीनता कहें या बढ़ा हुआ किराया। शहरों से चलने वाली पैसेंजर ट्रेनों (सवारी गाड़ी) को यात्री ही नहीं मिल रहे। ऐसे में रेलवे प्रशासन ग्रामीण क्षेत्रों में पैसेंजर ट्रेनें चलाने पर जोर दे रहा है। पैसेंजर ट्रेनों में यात्री न म‍िलने से रेलवे के अध‍िकारी परेशान हैं।

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पैसेंजर ट्रेनों में पैसेंजरों का टोटा, सवारी गाड़ी में लग रहा एक्सप्रेस का किराया

मुख्यालय गोरखपुर से ही विभिन्न रूटों पर प्रतिदिन नौ पैसेंजर ट्रेनें चलती हैं। इन सभी ट्रेनों को मिलाकर रोजाना कुल लगभग दो हजार लोग टिकट बुक करते हैं। इनमें भी 40 फीसद यात्री गोरखपुर-नरकटियागंज रूट के होते हैं। सीतापुर, बढ़नी, नौतनवा और सिवान रूटों पर चलने वाली पैसेंजर ट्रेनों के लिए तो बमुश्किल 100 से 150 यात्री मिल पाते हैं। यानी, किसी तरह एक बोगी भर पाती है। जानकारों के अनुसार लंबी दूरी की ट्रेनों में जहां सामान्य दिनों में भी कंफर्म टिकट नहीं मिल रहे, वहीं पैसेंजर में पैसेंजरों का टोटा है। ऊपर से पैसेंजर ट्रेनों में भी एक्सप्रेस का किराया लग रहा है।

दो से तीन गुना अध‍िक क‍िराया देना पड़ रहा है

यात्रियों को दो से तीन गुना अधिक किराया देना पड़ रहा है। यह तब है जब सुविधाओं में कोई बढ़ोत्तरी नहीं हुई है। पैसेंजर ट्रेनें लेट भी हो जा रही हैं। किराया बढ़ाने के बाद भी ट्रेनें घाटे में चल रही हैं। फिलहाल, एक सितंबर से 05163/05164 छपरा कचहरी-थावे-छपरा कचहरी और 05165/05166 थावे-कप्तानगंज-थावे पैसेंजर ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार यह ट्रेनें भी एक्सप्रेस (अनारक्षित) स्पेशल के रूप में चलाई जाएंगी। ताकि ट्रेनों में अतिरिक्त भीड़ न हो और कोविड प्रोटोकाल का पालन सुनिश्चित कराया जा सके।

छपरा कचहरी- थावे और कप्तानगंज- थावे रूट की पैसेंजर ट्रेनों को हरी झंडी, एक सितंबर से चलेंगी

इस बीच पूर्वोत्तर रेलवे के प्रस्ताव पर बोर्ड ने वाराणसी और इज्जतनगर मंडल के लोकल रूटों पर पैसेंजर ट्रेनों को संचालित करने की अनुमति प्रदान कर दी है। हाल के द‍िनों रेलवे ने कई ट्रनों को चलाने की अनुमत‍ि दी है लेकिन अध‍िकांश पैसेंजर ट्रेनें यात्रियों की कमी से जूझ रही हैं।


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