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रामगढ़ताल के किनारे की रेलवे कॉलोनी ध्‍वस्‍त होगी Gorakhpur News

35 हजार वर्ग फिट में फैली 100 आवासों वाली रामगढ़ताल रेलवे कॉलोनी ध्वस्त होगी। होटल और मॉल के अलावा यहां रेलकर्मियों के लिए अपार्टमेंट बनाने की भी चर्चा है।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Thu, 06 Feb 2020 06:00 PM (IST)Updated: Thu, 06 Feb 2020 11:00 PM (IST)
रामगढ़ताल के किनारे की रेलवे कॉलोनी ध्‍वस्‍त होगी  Gorakhpur News
रामगढ़ताल के किनारे की रेलवे कॉलोनी ध्‍वस्‍त होगी Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। रामगढ़ताल के किनारों पर बसी अपनी पुरानी कॉलोनियों को ध्वस्त कराकर रेलवे होटल और मॉल बनवाएगा। इस व्यावसायिक परियोजना को पूरा करने की जिम्मेदारी रेल भूमि विकास प्राधिकरण (आरएलडीए) को सौंपी गई है। रेलवे प्रशासन ने कॉलोनी खाली करने के लिए कर्मचारियों को नोटिस देना शुरू कर दिया है।

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मोहद्दीपुर से लेकर पैडलेगंज तक होगा विकास

पर्यटन हब के रूप में विकसित हो रहे रामगढ़ताल की खूबसूरती को बढ़ाने के अभियान में रेलवे प्रशासन भी आगे आ गया है। मोहद्दीपुर से लेकर पैडलेगंज तक ताल के किनारों पर बेहतरीन लोकेशन विकसित करने की तैयारी शुरू हो गई है।

35 हजार वर्ग फिट में है रामगढ़ताल रेलवे कॉलोनी

पहले चरण में 35 हजार वर्ग फिट में फैली 100 आवासों वाली रामगढ़ताल रेलवे कॉलोनी ध्वस्त होगी। होटल और मॉल के अलावा यहां रेलकर्मियों के लिए अपार्टमेंट बनाने की भी चर्चा है, लेकिन इस पर मुहर नहीं लगी है।

नोटिस मिलने से रेलकर्मी परेशान

हालांकि आवास खाली करने के लिए नोटिस मिलने से रेलकर्मियों के परिजन परेशान हैं। बता दें कि आरएलडीए ने भारतीय रेलवे के 19 स्टेशन और कॉलोनियों को विकसित करने की योजना बनाई है। वाराणसी के साथ गोरखपुर में रामगढ़ताल के किनारे दस एकड़ भूमि का सर्वे इसी के तहत किया गया है।

दूसरी जगह मिलेगा आवास

पूर्वोत्‍तर रेलवे के सीपीआरओ पंकज सिंह का कहना है कि रेलवे आवासों का आवंटन अस्थाई होता है। स्थानांतरण और सेवानिवृत्ति के बाद इसे खाली ही करना पड़ता है। अन्य कॉलोनियों में आवास खाली हैं, जो रेलकर्मी चाहें आवेदन कर आवास ले सकते हैं। नोटिस के साथ यह आदेश भी जारी किए जा रहे हैं।

नहीं हो रही सफाई

रेलकर्मी के परिजनों में अदरमनी का कहना है कि 32 साल से रेलवे कॉलोनी में रह रही हूं। कॉलोनी खाली होने की चर्चा जब से शुरू हुई है तब से सफाईकर्मी नहीं आ रहे। यहां गंदगी और अव्यवस्था का अंबार है, लेकिन कोई पूछने वाला नहीं है। 


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