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फोन कर यात्रियों की समस्‍या पूछेगा रेलवे, आठ घंटे के भीतर होगा समस्‍या का समाधान Gorakhpur News

रेलवे ने हर समस्या के निस्तारण की समय सीमा भी निर्धारित कर दी है। निर्धारित समय में उसका समाधान नहीं हुआ तो शिकायत उच्च अधिकारी तक पहुंचती जाएगी। रेल मदद पोर्टल या एप से की गई शिकायत का समाधान अधिकतम आठ घंटे में होगा।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Sun, 08 Nov 2020 10:30 AM (IST)Updated: Sun, 08 Nov 2020 11:15 AM (IST)
रेलवे फोन कर यात्रियों की समस्‍या पूछेगा। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन। रेलवे अब रेल मदद पोर्टल पर बिना मदद मांगे भी यात्रियों की मदद करेगा। अगर किसी यात्री ने पोर्टल पर बिना कुछ लिखे खाली भी भेज दिया, तो भी रेलवे उसका संज्ञान लेगा। रेलकर्मी संबंधित यात्री को फोन कर पोर्टल के प्रयोग का कारण पूछेगा। कोई समस्या होगी तो तत्काल निस्तारण करेगा। सुझाव को भी स्वीकार करेगा। रेल मदद पोर्टल या एप से की गई शिकायत का समाधान अधिकतम आठ घंटे में होगा। 

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समस्याओं के निस्तारण की समय सीमा निर्धारित

रेलवे ने हर समस्या के निस्तारण की समय सीमा भी निर्धारित कर दी है। निर्धारित समय में उसका समाधान नहीं हुआ, तो शिकायत उच्च अधिकारी तक पहुंचती जाएगी। जवाबदेही भी तय होगी। जैसे कोच में पानी नहीं है, बिजली से संबंधित कोई समस्या है। इसका समाधान अधिकतम दो से चार घंटे में होगा। शिकायतों का निपटारा करने के बाद रेलवे शिकायतकर्ता को अवगत भी कराएगा। साथ ही उससे फीडबैक भी लेगा। दरअसल, रेलवे बोर्ड ने हेल्पलाइन नंबर 139 की तरह शिकायत व सुझाव के सभी माध्यमों को रेल मदद पोर्टल या एप में समायोजित कर उसे और समृद्ध बना दिया है। यात्री मोबाइल, लैपटाप या कंप्यूटर पर रेल मदद पोर्टल या एप के माध्यम से रेलवे तक अपनी बात पहुंचा सकते हैं। 

रेल मदद पोर्टल से ही होगा लिखित शिकायत का समाधान

रेलवे स्टेशन स्थित शिकायत पुस्तिका में भी कोई यात्री लिखित समस्या दर्ज करता है, तो उसका समाधान भी रेल मदद पोर्टल के माध्यम से होगा। रेल मदद पोर्टल व एप इंटरनेट मीडिया से भी जुड़ गया है। यात्री इंटरनेट मीडिया के किसी भी माध्यम पर शिकायत या सुझाव देंगे, तो वह सीधे रेल मदद पोर्टल पर पहुंच जाएगा। निर्धारित समय में उसका समाधान भी होगा। 

शिकायतों के निपटारे में तीसरे पायदान पर था एनईआर

पूर्वोत्तर रेलवे मार्च 2020 तक शिकायतों के निपटारे में भारतीय रेलवे स्तर पर तीसरे पायदान पर काबिज था। कोरोना काल के चलते इधर गिरावट आ गई है। महाप्रबंधक विनय कुमार त्रिपाठी ने समीक्षा के बाद संबंधित अधिकारियों को शिकायतों के निपटारे में पहले पायदान का लक्ष्य निर्धारित किया है। विभागों में शिकायतों का निस्तारण तेज हो गया है।


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