एनईआर में विभागीय पदोन्नति के लिए आयोजित पहली आनलाइन परीक्षा निरस्त
North Eastern Railway Recruitment 2022 विभागीय पदोन्नति परीक्षा में पहली बार अनियमितता नहीं हुई है। वर्ष 2018-19 में एलडीसीई के तहत सहायक वाणिज्य प्रबंधक के लिए आयोजित परीक्षा में भी अनियमितता हुई थी। बोर्ड के दिशा-निर्देश के बाद रेलवे ने दोबारा परीक्षा आयोजित कराने की तैयारी शुरू कर दी है।

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। पूर्वोत्तर रेलवे की कार्य प्रणाली भी निराली है। कार्मिक विभाग की लापरवाही पूरी व्यवस्था को सवालों के घेरे में खड़ा कर रही है। लगातार मिल रही शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए रेलवे प्रशासन ने 13 नवंबर 2021 को 30 प्रतिशत सीमित विभागीय प्रतियोगिता परीक्षा (एलडीसीई) के तहत सहायक परिचालन प्रबंधक पद के लिए आयोजित आनलाइन टेस्ट को निरस्त कर दिया है। रेलवे बोर्ड ने एक माह पहले आयोजित पहले कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) के लिए पूर्वोत्तर रेलवे की पीठ थपथपाई थी। साथ ही भारतीय रेलवे स्तर पर इस माडल को लागू करने की सिफारिश भी की थी।
इसलिए निरस्त हुई परीक्षा
बोर्ड के दिशा-निर्देश के बाद रेलवे प्रशासन ने दोबारा परीक्षा आयोजित कराने की तैयारी शुरू कर दी है। जानकारों के अनुसार शिकायतकर्ताओं ने परीक्षा के दौरान कुछ अभ्यर्थियों द्वारा मनमानी करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि आनलाइन परीक्षा के दौरान कुछ अभ्यर्थियों को विशेष व्यवस्था मुहैया कराई गई थी। यहां जान लें कि रेलवे बोर्ड के निर्देश पर रेलवे प्रशासन ने पहली बार आनलाइन परीक्षा कराई थी। पहले तो शाबाशी मिली, लेकिन जब अनियमितताओं का पर्दाफाश हुआ है तो प्रश्न खड़े होने लगे।
रेलवे प्रशासन ने स्वीकार की अपनी गलती
दरअसल, विभागीय पदोन्नति परीक्षा में पहली बार अनियमितता नहीं हुई है। वर्ष 2018-19 में एलडीसीई के तहत सहायक वाणिज्य प्रबंधक के लिए आयोजित परीक्षा में भी अनियमितता हुई थी। दैनिक जागरण ने मामले को प्रकाशित किया तो रेलवे प्रशासन ने अपनी गलती स्वीकार कर नियमानुसार परीक्षा कराई थी। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार परीक्षा निरस्त कर फिर से कराने की तैयारी चल रही है।
शिक्षकों ने भी पदोन्नति परीक्षा पर खड़े किए है सवाल
रेलवे बालक, बालिका इंटर कालेज और सीनियर सेकेंड्री स्कूल के शिक्षकों ने भी 25 जून 2021 को विभागीय पदोन्नति के लिए आयोजित आफलाइन परीक्षा पर सवाल खड़ा किया है। शिक्षकों ने महाप्रबंधक को पत्र सौंपकर परीक्षा प्रक्रिया की जांच कराने और उचित कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि परीक्षा में पूछे गए अधिकतर सवाल गलत थे। परीक्षा में बैठे शिक्षकों ने जिन सवालों का उत्तर सही दिया था, मूल्यांकनकर्ता ने उन उत्तरों को भी गलत ठहरा दिया। नियमों को अनदेखी करते हुए बीटीसी अभ्यर्थी को पदोन्नति दे दी गई। जिन शिक्षकों ने सही उत्तर दिया था उन्हें फेल कर उनकी पदोन्नति रोक दी गई है। शिक्षक न्याय की गुहार के लिए कार्मिक विभाग का चक्कर लगा रहे हैं।
ट्रेन मैनेजर के पद पर पदोन्नति के लिए 27 से होगी परीक्षा
वाराणसी मंडल में ट्रेन मैनेजर रिक्त पदों के सापेक्ष चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के लिए (ट्रैक मेंटेनर व खलासी आदि) 15 प्रतिशत एलडीसीई के तहत विभागीय पदोन्नति परीक्षा 27, 29 और 31 जनवरी को होगी। परीक्षा बनारस स्थित प्रशिक्षण स्कूल में होगी। परीक्षा पास करने वाले ट्रैक मेंटेनर रेलवे के ट्रेन मैनेजर बन जाएंगे।
Edited By Pradeep Srivastava