टॉप गोरखपुर न्यूज आफ द डे, 26 जुलाई 2019 : रेल कर्मचारी ने लिंग परिवर्तन कराया, मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने में खेल, ज्वाइन करने पहुंचे दारोगा वापस, छात्रों की उपस्थिति अनिवार्य, अंध विश्वास के विरोध पर शिक्षक की पिटाई
रेल के एक कर्मचारी ने लिंग परिवर्तन करा लिया है। मृत्यु प्रमाण में जालसाजी हो रही है। वहीं अंध विश्वास का विरोध करने पर एक शिक्षक को पीट दिया गया।
गोरखपुर, जेएनएन। इज्जत नगर में कार्यरत रेल कर्मचारी रमेश ने अपना लिंग परिवर्तन कराकर सोनिया बन गया है। गोरखपुर नगर निगम में मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने में फर्जीवाड़ा सामने आया है। तैनाती स्थल पर ज्वाइन करने पहुंचे दारोगाओं को वापस कर दिया गया है। उधर विश्वविद्यालय में छात्रों की 75 फीसद उपस्थिति को लेकर नई व्यवस्था कर दी गई है। अंध विश्वास का विरोध करने पहुंचे एक शिक्षक को सोखा और ग्रामीणों ने पीट दिया है।
रेलवे कर्मचारी ने कराया लिंग परिवर्तन, बन गया सोनिया
इज्जतनगर स्थित कारखाना में तैनात राजेश के लिंग परिवर्तन मामले में नया मोड़ आ गया है। राजेश ने मुख्य कारखाना प्रबंधक को आवेदन पत्र देकर दावा किया है कि 2017 में लिंग परिवर्तन कराकर वह पुरुष से महिला बन गया है। दावा करने के बाद भी रेलवे प्रशासन राजेश को सोनिया मानने को तैयार नहीं है। रेलवे का कहना है कि पहले यह तय हो कि वास्तव में राजेश ही सोनिया है या कोई और। उसका लिंग क्या है। फिर नियमानुसार आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
गोरखपुर में मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने में खेल
गोरखपुर नगर निगम में बिना सत्यापन के मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने में हुई गड़बड़ी की जांच पूरी हो गई है। सत्यापनकर्ता प्रदीप यादव और भोला पासवान पर कार्रवाई तय मानी जा रही है। उप नगर आयुक्त की जांच में दोनों कर्मचारियों की लापरवाही सामने आई है। कर्मचारियों ने सत्यापन के लिए मौके पर गए बिना ही रिपोर्ट लगा दी थी, जिसके आधार पर मृत्यु प्रमाण पत्र जारी हुआ था।
गोरखपुर में तैनाती स्थल पर पहुंचे दारोगा तो ऐसे लौटाए गए
अनुशासन और अधिकारी के आदेश का पालन पुलिस महकमे की पहचान है, लेकिन गोरखपुर में मंगलवार रात कुछ थानेदारों का तबादला आदेश जारी होने के बाद यह पहचान तार-तार हो रही है। इस तबादला आदेश में कुछ थानेदारों के कार्यक्षेत्र में बदलाव तो कई की थानेदारी छिन गई थी। कुर्सी हाथ से जाते ही थानेदारों ने अपनी ताकत दिखानी शुरू कर दी। सभी इंस्पेक्टर पुरानी जगह जमे हैं। कई दारोगाओं ने भी तबादला आदेश की अनदेखी की है।
गोरखपुर विश्वविद्यालय में लागू होगा छात्रों की उपस्थिति का नियम
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में शिक्षक और छात्रों को अब कक्षा में जाना ही होगा। हर दिन कक्षा के बाद संबंधित शिक्षक को खास सिस्टम पर अपनी कक्षा की उपस्थिति का विवरण देना होगा। यह सिस्टम ऑनलाइन होगा, जिसका विवरण सीधे परीक्षा विभाग के पास भी उपलब्ध होगा, साथ ही छात्र के अभिभावक भी पाल्य की उपस्थिति से अपडेट रह सकेंगे। परीक्षा में शामिल होने के लिए न्यूनतम 75 फीसद उपस्थिति होने का नियम विश्वविद्यालय परिसर में अब सख्ती से लागू कर दिया गया है।
अंधविश्वास का विरोध करने पर शिक्षक की पिटाई
अंधविश्वास के चक्कर में पड़कर 20 दिन से एक छात्रा स्कूल नहीं जा रही है। इसकी भनक जब उसे गुरुजी को लगी तो वह झाड़-फूंक के स्थान पर पहुंच गए और अंधविश्वास का विरोध करने लगे। जिस पर सोखा और ग्रामीणों ने मिलकर उनकी पिटाई कर दी। साथ ही उनका मोबाइल भी तोड़ दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने छानबीन की। इस मामले में शिक्षक ने तहरीर भी दे दी है, पर अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।