रेल कारखाना में पदरिक्त होने के बावजूद भर्ती हो रही न पदोन्नति, नरमू ने निकाला जुलूस
गोरखपुर के यांत्रिक कारखाना में पद रिक्त है। न तो भभर्् हो रही है और न ही किसी की पदोन्नति हो रही है। इसे लेकर कर्मचारियों ने जुलूस निकाला।
गोरखपुर, जेएनएन। यांत्रिक कारखाना में पद सरेंडर को लेकर एनई रेलवे मजदूर यूनियन (नरमू) ने मोटरसाइकिल जुलूस निकाला। जुलूस गेट से चलकर महाप्रबंधक कार्यालय के सामने समाप्त हो गया। महामंत्री केएल गुप्त के नेतृत्व में यूनियन का प्रतिनिधि मंडल महाप्रबंधक से मिला और दो सूत्री ज्ञापन सौंपा। महाप्रबंधक राजीव अग्रवाल ने यथाशीघ्र समाधान का आश्वासन दिया।
यूनियन के महामंत्री ने महाप्रबंधक को बताया कि यांत्रिक कारखाना में पद सरेंडर कर दिए गए हैं। रिक्त पद खाली चल रहे हैं। रिक्त पदों पर न भर्ती हो रही है और न कर्मियों की पदोन्नति हो रही। उन्होंने महाप्रबंधक से बाबू गाड़ी पास (सीटीसी) फिर से चालू करने की मांग की। प्रतिनिधि मंडल में यूनियन के संयुक्त महामंत्री नवीन कुमार मिश्र, प्रदीप कुमार धर दूबे, दिलीप कुमार धर दूबे, हरिश्चंद्र यादव, रविंद्र श्रीवास्तव, संजय कुमार पांडेय और अशोक धर दूबे आदि पदाधिकारी मौजूद थे।
निगमीकरण के निर्णय के विरोध में पीआरकेएस की सभा
उत्पाद इकाइयों के निगमीकरण के निर्णय के विरोध में पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ (पीआरकेएस) ने यांत्रिक कारखाना गेट पर सभा की। संघ के मंडल मंत्री आरपी भट्ट ने बताया कि रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने सौ दिन का एक्शन प्लान तैयार किया है। जिसमें सात उत्पाद इकाइयों का विस्तृत अध्ययन कर निगम बनाने का निर्णय लिया गया है। रेलवे बोर्ड के इस निर्णय का एनएफआइआर विरोध करता है। सभा को डीके तिवारी, अनुनय कुमार, विजय पाठक, दीपक चौधरी, कुलदीप आदि ने पदाधिकारियों ने संबोधित किया।
निगमीकरण के विरोध में रेलवे मेंस कांग्रेस ने निकाला मार्च
उत्पाद इकाइयों के निगमीकरण के विरोध में एनई रेलवे मेंस कांग्रेस ने हुंकार भरते हुए मार्च निकाला। संरक्षक सुभाष दूबे के नेतृत्व में मेंस कांग्रेस ने लगातार दूसरे दिन भी काला दिवस मनाया और सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की। रेलकर्मियों ने महाप्रबंधक कार्यालय और विभागों के सामने प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि मेंस कांग्रेस रेल मंत्रालय के इस तुगलकी फरमान का पुरजोर विरोध करता है। इस मौके पर कुमकुम श्रीवास्तव, प्रियंवदा, पायल शर्मा, अंजना लाल, शंभवी प्रधान, दीप शिखा, सरिता मिश्रा, निरुपमा सिंह, शिवेंद्र पांडेय, फिरोजुल हक, विनोद चौधरी, राकेश कुमार श्रीवास्तव, चंद्रमोहन त्रिपाठी, शीतल प्रसाद और अवधेश पांडेय आदि पदाधिकारी मौजूद थे।