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फैक्ट्रियों के सुरक्षा उपायों को लेकर उठने लगे सवाल, कसौटी पर कसी जाएंगी ब्वायलर वाली 100 फैक्ट्रियां Gorakhpur News

नांगलिया फूड प्रोडक्ट्स फैक्ट्री में शुक्रवार शाम हुई घटना के बाद फैक्ट्रियों के सुरक्षा उपायों को लेकर सवाल उठने लगे हैं। सहायक निदेशक कारखाना की ओर से ब्वायलर का प्रयोग करने वाली सभी फैक्ट्रियों को जीवन रक्षा की कसौटी पर कसा जाएगा।

By Rahul SrivastavaEdited By: Published: Sun, 04 Apr 2021 08:10 PM (IST)Updated: Sun, 04 Apr 2021 08:10 PM (IST)
फैक्ट्रियों के सुरक्षा उपायों को लेकर उठने लगे सवाल, कसौटी पर कसी जाएंगी ब्वायलर वाली 100 फैक्ट्रियां Gorakhpur News
फैक्ट्री के भीतर बिखरा पड़ा मलबा। फाइल फोटो

गोरखपुर, जेएनएन : नांगलिया फूड प्रोडक्ट्स फैक्ट्री में शुक्रवार शाम हुई घटना के बाद फैक्ट्रियों के सुरक्षा उपायों को लेकर सवाल उठने लगे हैं। सुरक्षा एवं संरक्षा उपायों पर नजर रखने वाले सहायक निदेशक कारखाना की ओर से ब्वायलर का प्रयोग करने वाली सभी फैक्ट्रियों को जीवन रक्षा की कसौटी पर कसा जाएगा। इन फैक्ट्री संचालकों को नोटिस जारी कर सुरक्षा मानकों के अनुपालन का प्रमाण मांगा जाएगा। सभी फैक्ट्रियों की औचक जांच भी की जाएगी। गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) में ब्वायलर का प्रयोग करने वाली करीब 100 फैक्ट्रियां हैं।

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गीडा के उद्यमियों में बेचैनी

ब्वायलर फटने की घटना के बाद गीडा के उद्यमियों में बेचैनी है। ब्वायलर का प्रयोग करने वाली जितनी भी फैक्ट्रियां हैं, उनके यहां किसी का प्रवेश नहीं हो सका। अधिकतर स्थानों पर तकनीकी लोगों को बुलाकर ब्वायलर आदि की जांच भी कराई गई। फैक्ट्रियों पर नजर रखने वाले सहायक निदेशक कारखाना की ओर से भी अब सभी फैक्ट्रियों में सुरक्षा एवं संरक्षा के मानकों की जांच करने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए कारखाना निदेशक को पत्र लिखकर अनुमति मांगी गई है।

ये हैं प्रावधान

कारखाना अधिनियम 1948 की धारा सात ए में कर्मियों के स्वास्थ्य, सुरक्षा व जीवन रक्षा से जुड़े प्रावधानों का उल्लेख किया गया है। फैक्ट्री संचालक को सुरक्षा के प्रबंध करने होते हैं। इसके तहत सेफ्टी वाल्व, प्रेशर, एयर कंप्रेसर आदि की हर छह महीने पर जबकि ब्वायलर का हर साल परीक्षण कराना होता है। यह परीक्षण कारखाना निदेशक से अनुमोदित इंजीनियर से कराना चाहिए और उसका प्रमाण पत्र भी रखना चाहिए। आमतौर पर अधिकतर फैक्ट्रियों में इसका अनुपालन नहीं मिलता है। ब्वायलर को संचालित करने वाले कर्मी का प्रशिक्षण होना चाहिए। वह ब्वायलर चलाने में सक्षम है या नहीं, इस बात का प्रमाण पत्र भी उसके पास होना चाहिए। सहायक निदेशक कारखाना एसके ङ्क्षसह ने बताया कि सभी फैक्ट्रियों को पत्र लिखकर ब्वायलर, सेफ्टी वाल्व, एयर कंप्रेसर आदि के परीक्षण का प्रमाण पत्र मांगा जाएगा। इसके साथ ही ब्वायलर संचालक को जारी प्रमाण पत्र भी देना होगा। इन फैक्ट्रियों की औचक जांच भी होगी।

इंसेटसेफ्टी वाल्व काम न करने से हुई ब्वायलर फटने की घटना

गीडा स्थित नांगलिया फूड प्रोडक्ट्स में ब्वायलर फटने की घटना के पीछे सेफ्टी वाल्व के ठीक से काम न करने का कारण सामने आ रहा है। सहायक निदेशक कारखाना एसके सिंह की ओर से की गई प्राथमिक जांच में यह बात प्रकाश में आयी है कि सेफ्टी वाल्व से प्रेशर उचित तरीके से पास नहीं हो रहा था। गीडा के सेक्टर 13 में स्थित बिस्किट, नमकीन और टाफी बनाने वाली इस फैक्ट्री में अचानक ब्वायलर फट गया था। इस घटना में दो कर्मचारियों की मौत हो गई थी। इसके बाद सहायक निदेशक कारखाना की ओर से फैक्ट्री पर पहुंचकर जांच की गई। सहायक निदेशक कारखाना की ओर से इस बात की जानकारी सहायक निदेशक ब्वायलर को भी दे दी गई है। सहायक निदेशक ने संरक्षा मानकों से जुड़े प्रमाण पत्र भी मांगे लेकिन उसे दिखाने के लिए कोई सक्षम व्यक्ति उपस्थित नहीं था। प्रमाण पत्र रविवार को दिखाने की बात कही गई है।

सेफ्टी वाल्व में दिखी कमी

सहायक निदेशक कारखाना एसके सिंह ने कहा कि नांगलिया फूड प्रोडक्ट्स की जांच की गई है। प्रथम द्ष्टया सेफ्टी वाल्व में कमी दिखी है। संरक्षा के मानकों से जुड़े प्रमाण पत्र मांगे गए लेकिन उसे दिखाने वाला कोई नहीं था। गीडा में अन्य फैक्ट्रियां भी हैं, जहां ब्वायलर का प्रयोग होता है, उनकी भी जांच की जाएगी।


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