गोरखपुर विश्वविद्यालय : परीक्षा की समय सारिणी में बदलाव के बाद भी उठ रहे सवाल
महाविद्यालय के प्राचार्य विवि प्रशासन द्वारा 17 जनवरी से शुरू हो रही है परीक्षा की संशोधित समय सारिणी जारी करने के बाद भी सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि एक दिन में दो-दो महत्वपूर्ण विषयों की अलग-अलग दिन परीक्षा आयोजित करने की मांग की गई थी।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। महाविद्यालय के प्राचार्य विवि प्रशासन द्वारा 17 जनवरी से शुरू हो रही है परीक्षा की संशोधित समय सारिणी जारी करने के बाद भी सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि एक दिन में दो-दो महत्वपूर्ण विषयों की अलग-अलग दिन परीक्षा आयोजित करने की मांग की गई थी। कुलपति ने आनलाइन बैठक में समय सारिणी संशोधित करने का आश्वासन भी दिया था, बावजूद इसके संशोधित समय सारिणी में अभी कई त्रुटियां रह गईं हैं। उदाहरण के तौर पर 27 व 28 को प्रथम पाली में राजनीति शास्त्र व द्वितीय में अंग्रेजी की परीक्षा तथा 9, 10 व 11 फरवरी को इतिहास के साथ संस्कृत तथा 12, 13 व 14 को हिंदी के साथ अर्थशास्त्र की परीक्षा हो रही है। जो छात्रों के हित में नहीं है।
प्रधानाचार्य परिषद ने लगाया समय सारिणी में त्रुटि होने का आरोप
स्ववित्तपोषित महाविद्यालय प्राचार्य परिषद के जिला उपाध्यक्ष सर्वेश दूबे ने बताया कि कुलपति के साथ बैठक के बाद जो संशोधित समय सारिणी जारी हुई है उसमें अभी भी तमाम त्रुटियां हैं। एक ही दिन में दो-दो प्रमुख विषयों की परीक्षा आयोजित करना विद्यार्थियों के हित में नहीं है। विश्वविद्यालय प्रशासन को पुन: इस पर विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कुलपति को वाट्सएप के जरिये सूचित कर एक बार फिर से समय सारिणी संशोधित करने की मांग की गई है, ताकि परीक्षा शुरू होने से पहले इसमें सुधार हो सके।
निलंबित प्रो.कमलेश आज से शुरू करेंगे सत्याग्रह का तीसरा चरण
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.राजेश सिंह को उनके पद से हटाने और उनके कार्यकाल में हुए कार्यों की जांच की मांग को लेकर आंदोलनरत हिंदी विभाग के निलंबित आचार्य प्रो. कमलेश कुमार गुप्त 15 जनवरी को तीसरे चरण के सत्याग्रह की शुरुआत करेंगे। इस बार वे कुलाधिपति के ओएसडी डा.पंकज एल जानी को भी हटाने की मांग करेंगे।
फेसबुक पर डाली पोस्ट
सत्याग्रह को लेकर उन्होंने दो दिन पहले ही घोषणा कर दी थी। इस संबंध में उन्होंने फेसबुक पर उन्होंने लिखा है, जब मैंने सत्याग्रह के अगले चरण के आरंभ की घोषणा की थी, तो विश्वविद्यालय की छुट्टियों की सूची में 15 जनवरी को अवकाश नहीं था। सत्याग्रह की घोषणा हो चुकी है, तो उसका निर्वाह होना चाहिए। इसलिए वे 15 जनवरी को डीडीयू के प्रशासनिक भवन के परिसर में अवस्थित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा के समक्ष जहां भी उपयुक्त जगह सुलभ हो पाएगी, मैं वहां दोपहर 2.30 से 3.30 बजे तक सत्याग्रह करूंगा।