10 मिनट के भीतर पहुंची पीआरवी, बचाई महिला की जान
वहां पहुंचने पर पता चला कि पति-पत्नी के बीच विवाद हुआ था। सलमा के बारे में पता चला कि उसने कमरे में अपने आपको बंद कर लिया है। वह दरवाजा बंद करके फांसी लगाने का प्रयास कर रही थी। छत के पंखे की कुंडी में लटकने के लिए फंदा भी बना लिया था। इसी बीच जैसे तैसे पीआरवी की टीम ने दरवाजा खुलवाया और सलमा की जान बचा ली।
बस्ती: पीआरवी टीम ने आत्महत्या करने जा रही एक महिला की जान बचा ली। डायल 112 पर कालर सलमा ने सोमवार की शाम को फोन कर आरोप लगाया कि ससुराल वाले उसे दहेज के लिए प्रताड़ित करते हैं। अनहोनी की आशंका में पीआरवी संख्या 0836 की टीम सक्रिय हुई और 10 मिनट के भीतर कालर सलमा के घर जा पहुंची।
वहां पहुंचने पर पता चला कि पति-पत्नी के बीच विवाद हुआ था। सलमा के बारे में पता चला कि उसने कमरे में अपने आपको बंद कर लिया है। वह दरवाजा बंद करके फांसी लगाने का प्रयास कर रही थी। छत के पंखे की कुंडी में लटकने के लिए फंदा भी बना लिया था। इसी बीच जैसे तैसे पीआरवी की टीम ने दरवाजा खुलवाया और सलमा की जान बचा ली। पुलिस ने महिला के पति कलीम को हिरासत में लेकर नगर पुलिस को सुपुर्द कर दिया। सलमा की जान बचाने वाली पीआरवी टीम में हेड कांस्टेबल विनोद कुमार, कांस्टेबल बालगोविद व चालक होमगार्ड शिवशंकर शामिल रहे।
स्वास्थ्य सेवा में सराहनीय कार्य करने वालों को किया सम्मानित
सामाजिक संस्था ह्यूमन सेफ लाइफ फाउण्डेशन की ओर से कोविड वैक्सीनेशन में उल्लेखनीय कार्य करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों को मंगलवार को सम्मानित किया गया। जिला अस्पताल के आयुष विग में आयोजित कार्यक्रम में संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष रंजीत श्रीवास्तव ने कहा आज स्थितियां काफी सहज हो गयीं हैं। कोविड की पहली और दूसरी लहर इतनी भयावह थी कि लोग संक्रमितों से 10 कदम दूर भागते थे, ऐसे समय में भी स्वास्थ्यकर्मियों ने मानवीय संवेदनाओं को सर्वोपरि रखते हुये सभी की सेवा की और लोगों की जान बचाया, वरना मौतों के आंकड़े कई गुना ज्यादा होते। यही सच्ची सेवा है। संस्था के प्रदेश अध्यक्ष एलके पाण्डेय एवं प्रदेश महासचिव ने कहा कोरोना महामारी काल में स्वास्थ्यकर्मियों को योगदान अनुकरणीय रहेगा। डा. वी.के. वर्मा, ने कहा सामान्य वायरस की तरह कोरोना भी है। इससे भयभीत होने की जरूरत नही है। लक्षण मिलने पर तत्काल दवायें लें, इम्युनिटी बनाए रखें और सदैव सकारात्मक सोचें। प्रीती चौरसिया, अपूर्वा श्रीवास्तवा, सरिता सिंह, विकास त्रिपाठी, अभिषेक चौधरी, जिला मलेरिया अफसर आइए अंसारी आदि को प्रशस्ति पत्र देकर फूल मालाओं एवं प्रतीक चिन्ह से सम्मानित किया गया।