गोरखपुर में दस दिनों में बनेंगे शुरू हो जाएंगे 16725 प्रधानमंत्री आवास
मुख्य विकास अधिकारी इंद्रजीत सिंह ने बताया कि 10 दिनों के भीतर आवास निर्माण का काम शुरू करा दिया जाएगा। कहा कि आवास स्वीकृति की प्रक्रिया में किसी प्रकार का भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शिकायत मिलने पर कार्रवाई होगी।
गोरखपुर, जेएनएन। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में वंचित लोगों को आवास की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत 16725 आवासों की स्वीकृति प्रदान की गई है। यह जानकारी देते हुए मुख्य विकास अधिकारी इंद्रजीत सिंह ने बताया कि 10 दिनों के भीतर आवास निर्माण का काम शुरू करा दिया जाएगा। कहा कि आवास स्वीकृति की प्रक्रिया में किसी प्रकार का भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकारी या गैर सरकारी किसी भी व्यक्ति के खिलाफ यदि कोई शिकायत मिली तो जांच करायी जाएगी। शिकायत सही मिलने पर एफआइआर दर्ज कराई जाएगी।
किस ब्लाक में बनेंगे कितने आवास
बांसगांव में 661, बड़हलगंज में 937, बेलघाट में 1513, भटहट में 878, ब्रह्मपुर में 692, कैंपियरगंज में 939, चरगांवा में 367, गगहा में 998, गोला में 970, जंगल कौडिय़ा में 936, कौड़ीराम में 342, खजनी में 1014, खोराबार में 702, पाली में 1011, पिपराइच में 1044, पिपरौली में 510, सहजनवां में 1315, सरदारनगर में 660 और उरुवा में 1236 आवास बनाए जाएंगे।
निष्कासित सुपरवाइजर की फिर शिकायत
प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना में आवास दिलाने के नाम पर रुपये मांगने वाले सुपरवाइजर के खिलाफ फिर शिकायत हुई है। उसे पिछले हफ्ते वसूली की शिकायत के बाद निष्कासित किया जा चुका है। एक अन्य सुपरवाइजर पर 15 से 20 हजार रुपये मांगने के आरोप लगे हैं। पार्षदों ने जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) के परियोजना निदेशक (पीडी) से शिकायत की है। पार्षदों ने आरोपित सुपरवाइजरों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने की मांग की। नगर निगम पहुंचे पार्षद संजय यादव, उजैर अहमद, अमरनाथ यादव, मो.शमीम अंसारी, राघवेंद्र प्रताप सिंह ने पीडी डीके सिन्हा को बताया कि सुपरवाइजर खुलेआम वसूली कर रहे हैं। जो लोग रुपये नहीं दे रहे हैं उनके आवेदन को किनारे कर दिया जा रहा है। जरूरतमंद मकान के लिए भटक रहे हैं। बताया कि चक्रधारी, सीता देवी, आरती देवी, कुसुम देवी, मनोरमा देवी, संगीता देवी, योगेंद्र कुमार, सुनीता देवी, दीपिका कुशवाहा ने सुपरवाइजरों के खिलाफ नामजद शिकायत की है।