परीक्षा पर चर्चा में गोरखपुर के विद्यार्थियों से आनलाइन रूबरू होंगे प्रधानमंत्री
जिला विद्यालय निरीक्षक ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह भदौरिया ने बताया कि परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थियों को प्रधानमंत्री से प्रश्न पूछने हेतु आमंत्रित किया जाएगा। प्रश्न का चयन एनसीईआरटी द्वारा किया जाएगा। प्रत्येक प्रतिभागी को एनसीईआरटी की ओर प्रमाण पत्र भी प्रदान किए जाएंगे।
गोरखपुर, जेएनएन। परीक्षा पर चर्चा के चौथे संस्करण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छात्रों, अभिभावकों तथा शिक्षकों के साथ मार्च के तृतीय सप्ताह में आनलाइन संवाद करेंगे। कार्यक्रम में पूरे देश से दो हजार प्रतिभागियों का चयन किया जाएगा। प्रतियोगिता में कक्षा 9 से कक्षा 12 तक के छात्र, शिक्षक तथा उनके अभिभावक प्रतिभाग करेंगे। प्रत्येक प्रतिभागी को एनसीईआरटी की ओर प्रमाण पत्र भी प्रदान किए जाएंगे।
यह जानकारी देते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह भदौरिया ने बताया कि परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थियों को प्रधानमंत्री से प्रश्न पूछने हेतु आमंत्रित किया जाएगा। प्रश्न का चयन एनसीईआरटी द्वारा किया जाएगा। सामान्यत: 20 से 30 छात्र प्रधानमंत्री से प्रश्न पूछने के लिए चयनित किए जाते हैं। उन्होंने बताया कि राजकीय सहायता प्राप्त तथा राजकीय बोर्ड व केंद्रीय बोर्ड से संबंध माध्यमिक विद्यालयों के विद्यार्थियों द्वारा आनलाइन रचनात्मक लेखन द्वारा 14 मार्च के मध्य आयोजित क्रिएटिव राइटिंग कंपटीशन लिंक पर प्रतिभाग सुनिश्चित करें। समस्त प्रधानाचार्य अपने वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से शिक्षकों तथा शिक्षक अपने वाट्सएप के माध्यम से विद्यार्थियों को इस कार्य क्रम के संबंध में जानकारी प्रदान कर सकते हैं। प्रत्येक विद्यालय में इस हेतु प्रार्थना सभा के दौरान तथा कक्षा में कार्यक्रम के संबंध में विस्तृत चर्चा कर विद्यार्थियों को प्रेरित किया जाएं और यह भी सुनिश्चित किया जाए कि प्रत्येक विद्यालय में इस कार्यक्रम के संबंध में विस्तृत चर्चा हो।
कल गीताप्रेस पहुंच जाएगी कोमोरी
गीताप्रेस में जापान से आ रही छपाई की नई मशीन कोमोरी के पांच मार्च को गोरखपुर पहुंचने की उम्मीद है। इसका उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। मशीन एक मार्च को ही दिल्ली आ गई थी, वहां से बुधवार की शाम को गोरखपुर के लिए सड़क मार्ग से रवाना हो गई है। लाकडाउन में छपाई न होने गीताप्रेस में पुस्तकों की कमी हो गई है। लाकडाउन के बाद मांग तेजी से बढ़ी लेकिन मांग के सापेक्ष आपूर्ति नहीं हो पा रही है। इसलिए प्रेस जापान से छपाई की एक और मशीन मंगा रहा है। इस पर लगभग पांच करोड़ रुपये का खर्च आया है। इस मशीन से एक घंटे में 15 हजार बड़े पेपर की चार रंगों की छपाई हो सकेगी। अभी जिस मशीन से छपाई होती है, उसकी क्षमता एक घंटे में 13 हजार बड़े पेपर छापने की है।
प्रेस के उत्पाद प्रबंधक लालमणि तिवारी ने बताया कि मशीन दिल्ली से चल चुकी है। पांच मार्च को गोरखपुर पहुंचने की उम्मीद है। पिछली बार मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान इस मशीन का उनके द्वारा उद्घाटन का अनुरोध किया गया था। उन्होंने सहमति दे दी है। मशीन आ जाने के बाद पुन: उनसे अनुरोध किया जाएगा और उनके समय के अनुसार उद्घाटन की तिथि तय की जाएगी।