प्रधानमंत्री का रैली स्थल बंटा रहेगा 30 ब्लॉकों में, लगाए जाएंगे 2500 झंडे
गोरखपुर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली 24 फरवरी को होगी। इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। बैठकों का दौर जारी है।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर में 24 फरवरी को होने वाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली की सफलता सुनिश्चित करने को लेकर भाजपा पदाधिकारी हर जतन कर रहे हैं। लोगों को रैली स्थल में अपना स्थान सुनिश्चित करने में किसी तरह की दिक्कत न हो, इसके लिए पार्टी नेतृत्व में स्थल को 32 ब्लॉक में बांटने का फैसला किया है। हर ब्लॉक में करीब ढाई हजार लोगों के बैठने का इंतजाम किया जाएगा। ब्लॉक के मुताबिक रैली स्थल पर मंच बनाने के साथ-साथ बेरीकेडिंग का काम भी शुरू हो गया है। ब्लॉक वार कैसे लोगों को बैठाया जाएगा, इसकी योजना तैयार की जा रही है।
रैली स्थल पर लगेंगे ढाई हजार झंडे
रैली स्थल पर पार्टी के करीब ढाई हजार झंडे लगाए जाएंगे। इस बार झंडों को बीच रैली स्थल पर लोगों के बीच लगाने की बजाय किनारे-किनारे लगाया जाएगा। इसके पीछे मकसद यह है कि रैली में शामिल होने वाले किसी भी व्यक्ति को झंडे की वजह से मंच को देखने में दिक्कत न हो। ऐसा पिछली रैलियों से सबक लेते हुए किया जा रहा है।
भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अधिवेशन और रैली को लेकर बैठकों को सिलसिला जारी है। रैली के बरगदवा केंद्रीय कार्यालय में किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष घनश्याम पटेल ने बैठक ली। साज-सज्जा विभाग के साथ हुई बैठक में रैली स्थल को झंडे और बैनर से सजाने पर विचार किया गया। इसमें झंडों को रैली के चारो ओर किनारे-किनारे लगाने का निर्णय लिया गया। पार्किंग विभाग के साथ बैठक में इसे लेकर विशेष रूप से चर्चा हुई लोग अपना वाहन रैली से निकटतम दूरी तक ले जा सकें, जिससे उन्हें वहां पहुंचने में कोई असुविधा न हो। पार्किंग व्यवस्था में मदद के लिए पुलिस-प्रशासन के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं को लगाने का भी निर्णय लिया गया। रैली स्थल पर आने वाले लोगों के लिए पानी के इंतजाम पर भी बैठकों में चर्चा हुई। बैठक में अधिवेशन और रैली को लेकर प्रचार-प्रसार के विषय पर पदाधिकारियों के साथ बातचीत की गई। इसे लेकर सोशल मीडिया पर किए जा रहे प्रयास की जानकारी ली गई।
रैली के लिए जिलों पर हुई बैठकें
प्रधानमंत्री की रैली में लोगों को आमंत्रित करने को लेकर शुक्रवार को गोरखपुर क्षेत्र के बस्ती, संत कबीर नगर और महाराजगंज जिलों में बैठकें आयोजित की गई। बैठक में अधिक से अधिक लोगों को रैली स्थल पर पहुंचाने पर विचार-विमर्श हुआ। पदाधिकारियों को इस बाबत जिम्मेदारी भी सौंपी गई।