गोरखपुर में बाढ़ व अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त प्राथमिक स्कूल के भवनों की होगी मरम्मत, देना होगा प्रस्ताव
बाढ़ व अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त प्राथमिक स्कूलों के भवन मरम्मत किए जाएंगे। जिला प्रशासन ने बेसिक शिक्षा विभाग से प्रस्ताव मांगा है। जिलाधिकारी ने बीएसए से तत्काल इन भवनों को चिह्नित कर मरम्मत के लिए 1.50 लाख रुपये तक का प्रस्ताव उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता : जनपद में बाढ़ व अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त प्राथमिक स्कूलों के भवन मरम्मत किए जाएंगे। इसको लेकर जिला प्रशासन ने बेसिक शिक्षा विभाग से प्रस्ताव मांगा है। जिलाधिकारी ने बीएसए से तत्काल इन भवनों को चिह्नित कर मरम्मत के लिए 1.50 लाख रुपये तक का प्रस्ताव उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है ताकि जल्द से जल्द इस मामले में कार्रवाई शुरू की जा सके।
भवनों को चिह्नित कर प्रस्ताव तैयार करने में जुट गया बेसिक शिक्षा विभाग
निर्देश के बाद बेसिक शिक्षा विभाग भवनों को चिह्नित कर प्रस्ताव तैयार करने में जुट गया है। इस समय बाढ़ के कारण जिले के लगभग डेढ़ सौ परिषदीय स्कूल पानी में डूबे हैं, जिसके कारण इन स्कूलों में पठन-पाठन प्रभावित है। इनमें से कुछ स्कूलों के बच्चे शिक्षकों की मदद से ऊंचे स्थानों पर जाकर पढ़ाई कर रहे हैं, जबकि अन्य स्कूलों में पानी कम होने पर ही पठन-पाठन सामान्य हो सकेगा। कई स्कूल तो पानी से चारों तरफ से इस कदर घिरे हैं कि वहां शिक्षकों का पहुंचना भी संभव नहीं है। ऐसे में वहां के शिक्षक अब पानी कम होने का इंतजार कर रहे हैं।
ये हैं बाढ़ से डूबे जिले के स्कूल
जनपद के विभिन्न ब्लाकों के खंड शिक्षाधिकारियों द्वारा उपलब्ध कराई गई सूचना के अनुसार अभी तक जिन ब्लाकों के स्कूल बाढ़ से प्रभावित हैं, उनमें पाली के तीन, खजनी के पांच, कैंपियरगंज के आठ, कौड़ीराम के नौ, खोराबार के 15, जंगल कौड़िया के 20, बड़हलगंज के 20, बांसगांव के 23 तथा सरदारनगर के 24 विद्यालय शामिल हैं।
डीएम ने स्कूलों के भवनों के मरम्मतीकरण के लिए मांगा है प्रस्ताव
जिला बेसिक शिक्षाधिकारी आरके सिंह ने कहा कि जिलाधिकारी ने बाढ़ व अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त जिले के प्राथमिक स्कूलों के भवनों के मरम्मतीकरण के लिए प्रस्ताव मांगा है। भवनों का चिह्नांकन किया जा रहा है। जल्द ही प्रस्ताव तैयार कर अग्रिम कार्रवाई के लिए भेज दिया जाएगा।