फिर आसमान पहुंची सब्जियों की कीमत, दस दिन में दो गुना हुआ मूल्य Gorakhpur News
सब्जियों के दाम एक बार फिर चढ़ गए हैं। 30 रुपये से नीचे कोई सब्जी नहीं है। गली-मोहल्लों में ठेला लेकर जाने वाले विक्रेता लोगों से दोगुनी कीमत वसूल रहे हैं। हलांकि मंडियों में सब्जियों की कमी नहीं है।
गोरखपुर, जेएनएन। मंडी में भरपूर आवक के बाद भी सब्जियों के दाम कम नहीं हो रहे हैं। गोभी को छोड़ दिया जाए तो बाकी सब्जियों के दाम एक बार फिर चढ़ गए हैं। 30 रुपये से नीचे कोई सब्जी नहीं है। गली-मोहल्लों में ठेला लेकर जाने वाले विक्रेता लोगों से दोगुनी कीमत वसूल रहे हैं। शुक्रवार एवं शनिवार को महेवा स्थित सब्जी की थोक मंडी बंद रहेगी। ऐसे में हरी सब्जी के भाव 20 फीसद तक उछल सकते हैं। दूसरी तरफ थोक विक्रेताओं का कहना है कि दस नवंबर के बाद परवल-भिंडी को छोड़कर बाकी सब्जियों की कीमत पचास फीसद तक कम हो जाएगी। क्योंकि इस सीजन में सब्जियों की पैदावार ज्यादा होती है।
ऊंचे भाव के कारण मध्यम वर्ग के परिवारों की थाली से ज्यादातर हरी सब्जियां गायब हो चुकी हैं। बाजार में जाकर सब्जी खरीदने के बारे में उन्हें कई बार सोचना पड़ रहा है। दस दिन पहले तक जिस सब्जी की कीमत 45 से 50 रुपये किलो थी अब वह 80 रुपये के दाम तक पहुंच चुकी है। सब्जियां महंगी होने की वजह से जाफरा बाजार, बशारतपुर, कृष्णानगर, बिछिया, सूरजकुंड, बेनीगंज, गोरखनाथ, कूड़ाघाट, साहबगंज, धर्मशाला बाजार, बरदगवां, राजेंद्रनगर समेत शहर के अधिकांश फुटकर बाजार में सब्जी की दुकानें भी लगनी कम हो गई हैं।
थोक विक्रेता प्रमोद कुमार के मुताबिक महंगी होने की वजह से मंडी में जो सब्जियां आ रही हैं वह भी नहीं बिक पा रही हैं। मोहद्दीपुर निवासी अमृता राव ने बताया कि सब्जी के दाम सुनते ही दिमाग घूम जा रहा है। दो वक्त की सब्जी खरीदने में सौ रुपये से ज्यादा खर्च करने पड़ रहे हैं। कीमत नियंत्रित करने के लिए प्रशासन को ठोस कदम उठाना चाहिए। रसूलपुर की फरजाना के मुताबिक सब्जी की बढ़ती कीमतों से रसोई का बजट बिगड़ गया है। 40 रुपये किलो से कम की कोई सब्जी नहीं है। प्याज तो महीनों से रुला रहा है।
शुक्रवार को फुटकर बाजार में सब्जी का भाव
आलू 40-45
प्याज - 55-60
केला - 30-32
गोभी - 45-55
खीरा - 36-40
नेनुआ - 36-30
भिंडी - 40-45
बैगन - 36-40
टमाटर - 50-60
करेला - 60-40
परवल - 70-80
लौकी - 28-30
हरी मिर्च - 70-80
नोट : क्वालिटी के हिसाब से सब्जियों की कीमत कम या ज्यादा हो सकती है।