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एलुमिनाई से गोरखपुर विश्‍वविद्यालय को समृद्ध करने की तैयारी Gorakhpur News

30 अप्रैल से दो मई के बीच होने वाली इस मीट के माध्यम से देश-विदेश के 5000 पुरातन विद्यार्थियों को जोडऩे की विश्वविद्यालय की योजना है। इससे जुडऩे के लिए आनलाइन और आफलाइन दोनों विकल्प रखा गया है।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Published: Wed, 17 Mar 2021 04:09 PM (IST)Updated: Wed, 17 Mar 2021 06:19 PM (IST)
एलुमिनाई से गोरखपुर विश्‍वविद्यालय को समृद्ध करने की तैयारी Gorakhpur News
कुलपति प्रो. राजेश सिंह का फाइल फोटो, जागरण।

गोरखपुर, जेएनएन। परिसर को शैक्षिक और आर्थिक रूप से और सम्पन्न बनाने के लिए दीनदयाल गोरखपुर विश्वविद्यालय देश-विदेश में बसे अपने पुरातन विद्यार्थियों को जोड़ेेगा। विश्वविद्यालय अपनी इस योजना को सफल बनाने के लिए तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय एलुमिनाई मीट का आयोजन करने जा रहा है। 30 अप्रैल से दो मई के बीच होने वाली इस मीट के माध्यम से देश-विदेश के 5000 पुरातन विद्यार्थियों को जोडऩे की विश्वविद्यालय की योजना है। जुडऩे के लिए आनलाइन और आफलाइन दोनों विकल्प रखा गया है।

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एलुमिनाई को जोडऩे के लिए पुरातन छात्र परिषद का गठन

एलुमिनाई मीट की सफलता सुनिश्चित करने के लिए कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने पुरातन छात्र परिषद का गठन किया है और इसके अध्यक्ष की जिम्मेदारी गणित विभाग के आचार्य प्रो. सुधीर कुमार श्रीवास्तव को सौंपी है। प्रो. विनय कुमार सिंह परिषद के सचिव बनाए गए हैं। यह परिषद की जिम्मेदारी होगी कि वह हर वर्ष एक अंतरराष्ट्रीय एलुमिनाई मीट एलुमिनाई मीट और दो राष्ट्रीय एलुमिनाई मीट का आयोजन करे। अंतरराष्ट्रीय एलुमिनाई मीट हर वर्ष 30 अप्रैल से दो मई के बीच ही आयोजित होगी। देश और विदेश के ज्यादा से ज्यादा एलुमिनाई विश्वविद्यालय की एलुमिनाई परिषद से जुड़ें, इसके लिए सभी विभागों को अभियान चलाने को कहा गया है। इसके लिए उन्हें एक महीने का वक्त दिया गया है। 15 मार्च से 15 अप्रैल तक चलने वाले इस अभियान में सभी विभाग आनलाइन कांफ्रेंस आयोजित कर अधिक से अधिक एलुमिनाई को जोडऩे का प्रयास करेंगे और उन्हें मीट में आनलाइन या आफलाइन हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित करेंगे।

अंतरराष्ट्रीय एलुमिनाई का बनेगा ग्रुप

विदेशों में बसे या नौकरी कर रहे गोरखपुर विश्वविद्यालय के एलुमिनाई से विश्वविद्यालय की पुरातन छात्र परिषद का संवाद बना रहे, इसके लिए विश्वविद्यालय की ओर से एक वाट्सएप ग्रुप बनाया जाएगा। जिन एलुमिनाई का पंजीकरण समाप्त हो गया है, उन्हें दोबारा पंजीकरण कराने के लिए प्रेरित किया जाएगा। एलुमिनाई मीट को लोकप्रिय और सफल बनाने के लिए इंटरनेट मीडिया की मदद भी ली जाएगी।

यहां से भी जुटाई जा रही जानकारी

पुरातन छात्र परिषद से विश्वविद्यालय बनने से पहले मदन मोहन मालवीय इंजीनियङ्क्षरग कालेज के और बीआरडी मेडिकल कालेज के विद्यार्थियों को भी जोड़ा जाएगा। इसके लिए इंजीनियङ्क्षरग कालेज और मेडिकल कालेज के पुरातन छात्रों की जानकारी जुटाई जा रही है। इंजीनियङ्क्षरग कालेज गोरखपुर विश्वविद्यालय से संबद्ध था जबकि मेडिकल कालेज के विद्यार्थियों को आज भी गोरखपुर विश्वविद्यालय ही डिग्री देता है।

एलुमिनाई के लिए बनाया जाएगा थ्री-स्टार गेस्टहाउस

एलुमिनाई की सुविधा के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने 50 कमरों का एक गेस्टहाउस बनाने की योजना भी बनाई है। इस गेस्ट हाउस का स्तर थ्री-स्टार होटल का होगा। इसके निर्माण में करीब 10 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसका निर्माण विश्वविद्यालय अपने एलुमिनाई के साथ मिलकर करेगा। कुलपति प्रो. राजेश सिंह का कहना है कि गोरखपुर विश्वविद्यालय के बहुत से एलुमिनाई देश-दुनिया मेें अपना और विश्वविद्यालय का नाम रोशन कर रहे हैं। ये एलुमिनाई विश्वविद्यालय से जुड़े भी रहना चाहते हैं। इसीलिए पुरातन छात्र परिषद के माध्यम से उन्हें जोडऩे की योजना बनाई गई है। एलुमिनाई मीट इसका बड़ा माध्यम बनेगा। एलुमिनाई के जुडऩे से विश्वविद्यालय आर्थिक, सामाजिक और शैक्षिक दृष्टि से समृद्ध होगा।


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