गड़ौरा चीनी मिल में अभी तक पेराई की शुरुआत नहीं, अधिग्रहण की तैयारी
इस चीनी मिल में अभी तक गन्ने की पेराई तक शुरू नहीं हो पाई। प्रशासन के तमाम आदेश के बाद भी मिल प्रबंधन मनमाना करता रहा।
By Edited By: Published: Sun, 09 Dec 2018 10:28 AM (IST)Updated: Sun, 09 Dec 2018 10:28 AM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। महराजगंज स्थित जेएचवी चीनी मिल गड़ौरा के मिल प्रबंधन द्वारा निर्धारित समय तक मिल न चलाना भारी पड़ गया है। शनिवार को जिला प्रशासन ने गड़ौरा चीनी मिल के अधिग्रहण के लिए प्रमुख सचिव गन्ना संजय भूषण रेड्डी व विशेष सचिव चीनी उद्योग राकेश मिश्र को पत्र भेजा है। प्रमुख सचिव व विशेष सचिव को भेजे पत्र में लिखा है कि यदि मंगलवार तक चीनी मिल में पेराई शुरू नहीं हुई तो मिल का अधिग्रहण पर विचार करते हुए किसानों के खेत में बर्बाद हो रही गन्ने की फसल के मुआवजे के लिए एक अरब रुपये का जुर्माना मिल प्रबंधन पर लगाया जाए।
जिला गन्ना अधिकारी प्रदीप कुमार ने बताया कि वित्तीय वर्ष 14-15 व 17-18 का 46 करोड़ रुपये गन्ना मूल्य बकाया है। किसानों के बकाए के भुगतान के लिए कई बार मिल प्रबंधन को नोटिस भेजते हुए आरसी जारी की जा चुकी है। गड़ौरा चीनी मिल को चलाने के लिए 16 नवंबर की तिथि निर्धारित की गई थी , लेकिन चीनी मिल के अधिकारियों ने समय से गन्ने की पेराई शुरू नहीं कराई और भरोसा दिलाया कि तीन दिसंबर को मिल में पेराई शुरू करा दी जाएगी, लेकिन मुख्य महाप्रबंधक ने तीन दिसंबर को भी गन्ने की पेराई शुरू नहीं कराई तो जिलाधिकारी अमरनाथ उपाध्याय की अध्यक्षता में जेएचवी चीनी मिल के अधिकारियों की बैठक हुई थी।
इस बैठक में धनाभाव बता कर मुख्य महाप्रबंधक राकेश शर्मा व महाप्रबंधक गन्ना नरबीर ¨सह ने मिल चलाने के लिए एक सप्ताह का और समय मांगा था पर उनकी मांग पूरी नहीं हुई और जिलाधिकारी के निर्देश पर मुख्य महाप्रबंधक व प्रबंधक को हिरासत में लेकर एसडीएम निचलौल को सुपुर्द कर दिया गया था। तभी से चीनी मिल के दोनों अधिकारी प्रशासन की अभिरक्षा में हैं। जिला प्रशासन की इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया है। सूत्रों की माने तो यदि मंगलवार तक मिल नहीं चली तो शासन द्वारा मिल का अधिग्रहण कर सिसवा चीनी मिल के सहयोग से मिल का संचालन आरंभ किया जाएगा।
जिला गन्ना अधिकारी प्रदीप कुमार ने बताया कि वित्तीय वर्ष 14-15 व 17-18 का 46 करोड़ रुपये गन्ना मूल्य बकाया है। किसानों के बकाए के भुगतान के लिए कई बार मिल प्रबंधन को नोटिस भेजते हुए आरसी जारी की जा चुकी है। गड़ौरा चीनी मिल को चलाने के लिए 16 नवंबर की तिथि निर्धारित की गई थी , लेकिन चीनी मिल के अधिकारियों ने समय से गन्ने की पेराई शुरू नहीं कराई और भरोसा दिलाया कि तीन दिसंबर को मिल में पेराई शुरू करा दी जाएगी, लेकिन मुख्य महाप्रबंधक ने तीन दिसंबर को भी गन्ने की पेराई शुरू नहीं कराई तो जिलाधिकारी अमरनाथ उपाध्याय की अध्यक्षता में जेएचवी चीनी मिल के अधिकारियों की बैठक हुई थी।
इस बैठक में धनाभाव बता कर मुख्य महाप्रबंधक राकेश शर्मा व महाप्रबंधक गन्ना नरबीर ¨सह ने मिल चलाने के लिए एक सप्ताह का और समय मांगा था पर उनकी मांग पूरी नहीं हुई और जिलाधिकारी के निर्देश पर मुख्य महाप्रबंधक व प्रबंधक को हिरासत में लेकर एसडीएम निचलौल को सुपुर्द कर दिया गया था। तभी से चीनी मिल के दोनों अधिकारी प्रशासन की अभिरक्षा में हैं। जिला प्रशासन की इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया है। सूत्रों की माने तो यदि मंगलवार तक मिल नहीं चली तो शासन द्वारा मिल का अधिग्रहण कर सिसवा चीनी मिल के सहयोग से मिल का संचालन आरंभ किया जाएगा।
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