गोरखपुर शहर के विस्तार को जीडीए कर रहा मंथन, व्यापारी संगठनों के साथ बैठक
जीडीए की ओर से नई महायोजना 2031 तैयार की जा रही है। पहली बार 10 साल के लिए योजना बनाई जा रही है। इससे पहले 20 साल के लिए महायोजना तैयार की जाती थी। अब प्राधिकरण की सीमा में 319 गांव शामिल हो गए हैं।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) में महायोजना 2031 को लेकर व्यापारिक संगठनों के साथ बैठक की गई। जीडीए उपाध्यक्ष आशीष कुमार की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में शहर के विस्तार पर मंथन किया गया। व्यापारियों की ओर से कई तरह के सुझाव दिए गए, उन्होंने कहा कि शहर के विकास की योजना बनाते समय पुराने शहर व वहां के व्यापारियों के हित का भी ध्यान रखा जाए।
तैयाार हो रही जीडीए की महायोजना
जीडीए की ओर से नई महायोजना 2031 तैयार की जा रही है। पहली बार 10 साल के लिए योजना बनाई जा रही है। इससे पहले 20 साल के लिए महायोजना तैयार की जाती थी। इस बार की महायोजना लगभग तैयार हो चुकी थी लेकिन इसी बीच जीडीए का सीमा विस्तार हो गया। अब प्राधिकरण की सीमा में 319 गांव शामिल हो गए हैं। जीडीए बोर्ड की बैठक में भी सीमा विस्तार पर मुहर लगा दी गयी है। अब इन गांवों को भी महायोजना में शामिल किया जाएगा। इसी के चलते महायोजना में देरी हो रही है। शहर के बाहरी हिस्सों में विकास प्राथमिकता में है, जिससे शहर के भीतर भीड़ कम हो सके।
पहले आबादी हो आकलन, तब बने योजना
व्यापारियों ने बताया कि वास्तविक आबादी का आकलन कर लिया जाए एवं उसी के अनुसार योजना बनाई जाए। चार पहिया गाड़ियों की संख्या निरन्तर बढ़ रही है, ऐसे में इस बात का भी ख्याल रखा जाना चाहिए। व्यापारियों से शहर में उन स्थानों के बारे में भी पूछा गया जहां वाणिज्यिक भू उपयोग किया जा सकता है। व्यापारियों ने बताया कि हाइवे पर वाणिज्यिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए वहां भू उपयोग वाणिज्यिक करना चाहिए। व्यापारियों ने पतली सड़कों पर बड़े स्कूल एवं प्रतिष्ठानों के नक्शे पास करने पर भी सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा कि भविष्य में कम से कम नौ मीटर चौड़ी सड़क रखी जाए। बैठक में दवा विक्रेता समिति के महासचिव आलोक चौरसिया, व्यापारी नेता मणिनाथ गुप्ता, चैंबर आफ कामर्स के अध्यक्ष संजय सिंहानिया आदि व्यापारी मौजूद रहे।