Move to Jagran APP

हरिद्वार से पकड़ी गई गई 50 हजार की इनामी प्रमिला बाई

एसपी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि प्रभारी निरीक्षक कोतवाली राधेश्याम राय की अगुवाई में एसआइ राकेश कुमार मिश्र व एसटीएफ लखनऊ के एसआइ मनोज सिंह की टीम ने हरिद्वार जिले के गंगनहर रुड़की थाना क्षेत्र के गीतांजलि बिहार गणेशपुर के पास से प्रमिला बाई को गिरफ्तार किया।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Published: Fri, 28 Jan 2022 05:24 PM (IST)Updated: Fri, 28 Jan 2022 05:24 PM (IST)
हरिद्वार से पकड़ी गई गई 50 हजार की इनामी प्रमिला बाई
हरिद्वार से पकड़ी गई गई 50 हजार की इनामी प्रमिला बाई। प्रतीकात्‍मक फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। बस्‍ती के कोतवाली क्षेत्र में स्थित बहुचर्चित संतकुटीर आश्रम डमरुआ कांड की एक और आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। 50 हजार रुपये की इनामी व पांच साल से फरार चल रही प्रमिला बाई उर्फ पारूल गोयल को एसटीएफ लखनऊ की मदद से कोतवाली पुलिस ने हरिद्वार उत्तराखंड से गिरफ्तार किया। कोतवाली में प्रमिला बाई के खिलाफ यौनशोषण, साजिश रचने आदि की धारा में दो मुकदमे दर्ज हैं। 26 जनवरी को उसे गिरफ्तार करने के बाद कोतवाली पुलिस उसे लेकर 27 जनवरी को बस्ती पहुंची।

loksabha election banner

पांच माह पहले गिरफ्तार हुआ था संतकूटीर आश्रम का महंत

इसके पहले एसटीएफ की मदद से कोतवाली पुलिस ने संतकुटीर आश्रम के महंत व पचास हजार के इनामी सच्चिदानंद उर्फ दयानंद को छह माह पहले मुरादाबाद से गिरफ्तार कर किया गया था। एसपी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि प्रभारी निरीक्षक कोतवाली राधेश्याम राय की अगुवाई में एसआइ राकेश कुमार मिश्र व एसटीएफ लखनऊ के एसआइ मनोज सिंह की टीम ने हरिद्वार जिले के गंगनहर रुड़की थाना क्षेत्र के गीतांजलि बिहार गणेशपुर के पास से प्रमिला बाई को गिरफ्तार किया।

दिसंबर 2017 में हुआ था संतकुटीर आश्रम कांड

दिसंबर 2017 में संतकुटीर आश्रम में रहने वाली साध्वियों ने कोतवाली में सामूहिक दुष्कर्म, दुष्कर्म, साजिश रचने समेत अन्य धाराओं में दो मुकदमा दर्ज कराया था। इसमें प्रमिला बाई वांछित चल रही थी। संतकुटीर आश्रम के संचालक सच्चिदानंद उर्फ दयानंद की शिष्या प्रमिला बाई उर्फ पारूल गोयल निवासी रघुवीरगंज थाना कोतवाली जनपद हापुड़ पुलिस को चकमा देकर हरिद्वार में छिपी हुई थी। वहां वह नाम बदलकर रह रही थी।

पांच लोगों पर लगे थे यौनशोषण के आरोप

संतकुटीर आश्रम डमरुआ बस्ती की दो साध्वियों ने 19 दिसंबर 2018 को एसपी से मिल कर उन्हें आश्रम में साध्वियों के साथ हो रहे यौनशोषण की जानकारी दी थी। मामले में कोतवाली पुलिस ने सच्चिदानंद उर्फ दयानंद और उसके सहयोगियों परमचेतानंद, विश्वासानंद, ज्ञान वैराज्ञानंद, प्रमिला बाई व कमला बाई पर यौन शोषण का आरोप लगाया था। कोतवाली पुलिस ने 26 दिसंबर 2018 को एक और साध्वी की तहरीर पर सच्चिदानंद के विरुद्ध यौन शोषण का मुकदमा दर्ज किया था। इसमें प्रमिला बाई, कमला बाई, उर्मिला बाई और ध्यान बाई को आरोपित बनाया गया था। इन सभी पर आरोप था कि यौन शोषण के मामले में वह सच्चिदानंद का सहयोग करतीं थीं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.