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गोरखपुर में 1035 बिजली चोरों पर दर्ज हो चुकी है एफआइआर, 87 ने ही जमा किए रुपये

बिजली चोरी मिलने पर नियमानुसार कनेक्शन काटते हुए केबल जब्त कर एफआइआर कराई जाती है। एफआइआर के बाद कनेक्शन की स्थिति न देखने के कारण बिजली चोरों की लाइन बिना रुपये जमा किए जल रही है। विभाग में इस तरह का खेल चल रहा है।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Tue, 20 Oct 2020 09:30 AM (IST)Updated: Tue, 20 Oct 2020 09:30 AM (IST)
गोरखपुर में 1035 बिजली चोरों पर दर्ज हो चुकी है एफआइआर, 87 ने ही जमा किए रुपये
बिजली चोरी में दर्ज किए गए मुकदमे का प्रतीकात्‍मक फाइल फोटो।

गोरखपुर, जेएनएन। बिजली चोरों के खिलाफ कार्रवाई पर 'विभीषण ही पानी फेर रहे हैं। जिले में 12 महीने में 1035 बिजली चोरों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई गई, लेकिन सिर्फ 87 ने ही रुपये जमा किए। 105 के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई, लेकिन सभी के घर में बिजली जल रही है। कुछ अवर अभियंताओं व संविदाकर्मियों की मिलीभगत से बिजली चोरों का कनेक्शन जोड़ा जा रहा है।

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बिजली चोरी मिलने पर नियमानुसार कनेक्शन काटते हुए केबल जब्त कर एफआइआर कराई जाती है। एफआइआर के बाद कनेक्शन की स्थिति न देखने के कारण बिजली चोरों की लाइन बिना रुपये जमा किए जल रही है।

ऐसे दर्ज हुई एफआइआर

वर्ष 2019  में एफआइआर- 303 दर्ज।

जमा किए रुपये - 41 लोग

चार्जशीट - 81

राजस्व जमा - 2.10 लाख

शमन जमा - 1.13 लाख

नोट- सितंबर 2019 में एंटी थेफ्ट थाना अस्तित्व में आया था। यह आंकड़ा तब से है।

वर्ष 2020 में एफआइआर - 732

जमा किए रुपये  - 46

चार्जशीट - 24

राजस्व जमा - 27.02 लाख

शमन - 12.13 लाख

मिलते सौ करोड़ रुपये से ज्यादा

1035 चोरों पर शमन और राजस्व निर्धारण पर कम से कम सौ करोड़ रुपये की देनदारी बनती लेकिन एफआइआर के बाद भी बदस्तूर बिजली जलने के कारण रुपये नहीं जमा हो रहे हैं। एंटी थेफ्ट थाना के प्रभारी निरीक्षक संजय सिंह का कहना है कि एंटी थेफ्ट थाना एफआइआर दर्ज कर अब तक 105 के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर चुका है। जांच में पता चल रहा है कि बिना रुपये जमा किए बिजली चोर लाइन जला रहे हैं। यही वजह है कि बिजली निगम को राजस्व का नुकसान हो रहा है। इसकी जानकारी अफसरों को दी जा चुकी है।


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