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गोरखपुर में गर्मी बढ़ते ही शुरू हो गई बिजली कटौती Gorakhpur News

कुछ स्थानों पर कटौती की सूचना दी जाती है तो कहीं बिना सूचना दिए ही मेंटीनेंस कार्य के नाम पर बिजली काट दी जा रही है। कभी ट्रांसमिशन में मेंटीनेंस कार्य तो कभी छोटे-छोटे फाल्ट सही करने के लिए बिजली काटी जा रही है।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Published: Fri, 26 Mar 2021 05:04 PM (IST)Updated: Fri, 26 Mar 2021 07:11 PM (IST)
गोरखपुर में गर्मी बढ़ते ही शुरू हो गई बिजली कटौती Gorakhpur News
बिजली कटौती के संबंध में प्रतीकात्‍मक फाइल फोओ, जेएनएन।

गोरखपुर, जेएनएन। गर्मी बढऩे के साथ ही शटडाउन भी शुरू हो गया है। पिछले कुछ दिनों से सुबह एवं दोपहर में अलग-अलग मोहल्लों में कटौती हो रही है। कुछ स्थानों पर कटौती की सूचना दी जाती है तो कहीं बिना सूचना दिए ही मेंटीनेंस कार्य के नाम पर बिजली काट दी जा रही है। जिससे लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। कभी ट्रांसमिशन में मेंटीनेंस कार्य तो कभी छोटे-छोटे फाल्ट सही करने के लिए बिजली काटी जा रही है। बेतियाहाता, कैंट थाना क्षेत्र आदि इलाकों में बिजली पिछले कुछ दिनों से सुबह 9.15 बजे कट जा रही है। आफिस जाने वाले लोगों को इस कटौती से काफी परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है।

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इन क्षेत्रों में चार घंटे गुल रही बिजली

मरम्मत कार्य एवं पेड़ कटान के कारण शाहपुर विद्युत उपकेंद्र के आदित्यपुरी, आवास विकास, गीतावाटिका, जेल, पीएसी, शहबाजगंज, खरैया एवं विष्णु मंदिर फीडरों में शट डाउन लिया गया जिसके कारण सुबह 11 बजे से दोपहर बाद तीन बजे तक बिजली आपूर्ति बाधित रही। यह जानकारी देते हुए विद्युत वितरण खंड चतुर्थ के अधिशासी अभियंता ने बताया कि इसके चलते एचएन सिंह चौराहा, गोविंद नगरी, अशोकनगर, प्रगतिविहार, भोलाजीपुरम, आवास विकास, जेल रोड, गीतावाटिका, पीएसी, जंगल मातादीन, सरस्वतीपुरम, सहबाजगंज, असुरन, मेडिकल कालेज रोड, आदित्यपुरी, विष्णुपुरम, अभिनंदन गली, राधिका कांप्लेक्स, बास गली आदि क्षेत्रों में आपूर्ति बाधित रही।

बिजली निगम ने कब्जे में लिया ट्रांसफार्मर, सील

करीब एक सप्ताह पहले सिकरीगंज वितरण खंड के अंतर्गत में सीमेंट ईंट एवं मुर्गी दाना बनाने वाली फैक्ट्री में विजिलेंस की टीम ने बिजली चोरी पकड़ी थी। यहां अवैध रूप से ट्रांसफार्मर एवं हाई टेंशन लाइन लगायी गई थी। इसके बाद बिजली निगम की ओर से मामले की जांच शुरू की गई। अभियंताओं ने जांच टीम के निर्देश पर 25 केवीए ट्रांसफार्मर को कब्जे में लेकर सील कर दिया। ट्रांसफार्मर लगाने में बिजली निगम के कर्मियों की भी जांच होगी। बिजली निगम के वर्कशाप में ट्रांसफार्मरों की मरम्मत के बाद उसपर जाब कार्ड लगाया जाता है। फैक्ट्री परिसर में सील किए गए ट्रांसफार्मर पर तीन जाब कार्ड लगाए गए हैं। इससे संभावना जतायी जा रही है कि इसकी मरम्मत भी करायी गई है। बुधवार को जांच करने पहुंची टीम ने देखा कि बिजली चोरी का मामला पकड़े जाने के बाद भी ट्रांसफार्मर तक बिजली आपूर्ति हो रही है। टीम ने तत्काल एचटी लाइन खोलवा दी।  इस मामले में संविदा लाइनमैन दिलीप गुप्ता का कहना है कि फैक्ट्री संचालक दुर्ग विजय ङ्क्षसह के यहां लगे ट्रांसफार्मर की मरम्मत अभियंताओं ने करायी थी। जबकि अभियंता संविदा कर्मी पर आरोप लगा रहे हैं।


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