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पत्‍नी के दोस्‍त की बहन के नाम से फेसबुक आइडी बनाकर डाल रहा था अश्‍लील पोस्‍ट, अब हुआ गिरफ्तार

महराजगंज के युवक को शक था कि उसकी पत्‍नी की उसके दोस्‍त से अनैतिक संबंध है। पत्‍नी के दोस्‍त को सबक सिखाने के लिए युवक ने उसकी बहन की फोटो लगाकर फर्जी फेसबुक आइडी बनाया और अश्‍लील पोस्‍ट डालने लगा। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Published: Sat, 11 Sep 2021 11:15 AM (IST)Updated: Sat, 11 Sep 2021 11:15 AM (IST)
पत्‍नी के दोस्‍त की बहन के नाम से फेसबुक आइडी बनाकर डाल रहा था अश्‍लील पोस्‍ट, अब हुआ गिरफ्तार
फर्जी फेसबुक आइडी बनाने के आरोपित और पुलिस टीम। जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। महराजगंज जिले के दिलीप पटेल नाम के युवक को पत्नी के चरित्र पर संदेह था। उसे शक था कि पत्‍नी का उसके दोस्‍त के सा‍थ अनैतिक संबंध है। पत्‍नी के दोस्‍त को सबक सिखाने के लिए उसकी बहन की फोटो लगाकर फेसबुक आइडी बनाने के बाद लगातार अश्‍लील पोस्‍ट डाल रहा था। पीडिता की शिकायत पर साइबर सेल ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है।

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युवती के स्‍वजन ने पुलिस अधीक्षक से की थी शिकायत

अपर पुलिस अधीक्षक निवेश कटियार ने बताया कि 27 अगस्त को पीडि़ता के स्वजन ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर शिकायत दर्ज कराई थी। उन्‍होंने बताया था कि किसी व्यक्ति ने उनकी पुत्री की फोटो लगाकर फर्जी फेसबुक आइडी बना ली है। फेसबुक पर उनकी पुत्री के नाम से लगातार अश्लील मैसेज पोस्ट कर रहा है। शिकायत पर मामले की जांच साइबर सेल प्रभारी मनोज पंत को सौंपी गई।

फेसबुक मुख्‍यालय से डाटा मंगाने के बाद आरोपित को किया गिरफ्तार

जिसके बाद साइबर सेल की टीम ने फेसबुक मुख्यालय मेनलो पार्क कैलिफोर्निया से फर्जी फेसबुक आइडी का डाटा प्राप्त के लिए पत्राचार किया। डाटा प्राप्त होने के बाद आरोपित का लोकेशन मिला। फिर, पुलिस ने सदर कोतवाली थाना क्षेत्र के रामपुर बुजुर्ग निवासी आरोपित दिलीप पटेल को गिरफ्तार कर लिया।

32 सिमकार्ड व 15 आधार कार्ड रखा था आरोपित

पुलिस ने आरोपित के पास से तीन मोबाइल फोन, 32 सिम कार्ड और 15 आधार कार्ड बरामद किया है। उसके विरुद्ध धोखाधड़ी, अश्लीलता फैलाने समेत आइटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर न्यायालय चालान किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।

इसलिए बनाई फर्जी आइडी

अपर पुलिस अधीक्षक के अनुसार आरोपित दिलीप ने पुलिस को बताया कि वर्ष 2020 में उसकी शादी हुई है। शादी से पूर्व पीडि़ता का चचेरा भाई उसकी पत्नी का दोस्त था, इस बात की जानकारी होने के बाद से उसे काफी मानसिक तनाव हुआ और उसने उसे सामाजिक तौर पर पीडि़ता को बदनाम करने की साजिश रची। इसके बाद से एक शादी समारोह के दौरान पीडि़ता का फोटो लेकर आरोपित ने फर्जी फेसबुक आइडी से वायरल करना शुरू कर दिया।

पर्दाफाश करने वाली टीम में यह रहे शामिल

साइबर क्राइम के इस मामले का पर्दाफाश करने वाली टीम में साइबर सेल के प्रभारी मनोज कुमार पंत, कोतवाली के उपनिरीक्षक शैलेश प्रताप, प्रफुल्ल यादव, विश्वजीत पांडेय, सत्येंद्र मल्ल, आलोक पांडेय, गुंजन यादव और पीयूष दूबे शामिल रहे।


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