पोस्टमार्टम रिपोर्ट कह रही दरिंदगी की कहानी, सीने पर गंभीर चोट आना बना मौत का कारण
कुशीनगर के कसया क्षेत्र में गांव मल्लूडीह में बीते दो दशक से कबीर आश्रम पर रहने वाली वृद्ध साध्वी की हत्या में दरिंदगी की सारे हदें पार कर दी गई हैं। रिपोर्ट के अनुसार निर्ममतापूर्वक पिटाई कर साध्वी को मौत के घाट उतारा गया है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। कुशीनगर के कसया क्षेत्र में गांव मल्लूडीह में बीते दो दशक से कबीर आश्रम पर रहने वाली वृद्ध साध्वी की हत्या में दरिंदगी की सारे हदें पार कर दी गई हैं। इसका पर्दाफाश पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार निर्ममतापूर्वक पिटाई कर साध्वी को मौत के घाट उतारा गया है। यही नहीं हत्यारे ने अचेत पड़ी साध्वी पर चाकू से भी प्रहार किया। उधर तीन दिसंबर को पुलिस मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज कर आरोपित परशुराम पांडेय निवासी चड़ेरिया थाना गगहा जिला गोरखपुर को न्यायालय ले गई, वहां से उसे जेल भेज दिया गया।
दो दिसंबर को मंदिर परिसर में मिला था साध्वी का शव
दो दिसंबर को दोपहर बाद आश्रम में रहने वाली 80 वर्षीय साध्वी जमुनी दास का शव खून से लथपथ मिला था। शव से कुछ दूरी पर चहल कदमी करते हुए अधेड़ को पकड़ पुलिस ने जब पूछताछ की तो उसने हत्या की बात स्वीकार कर ली। हालांकि साध्वी की हत्या उसने क्यूं की, इसका वह कारण नहीं बता सका। पूछताछ के दौरान वह कई बार रोने लगता। फिर अपना घर, अपने लोग व इधर-उधर की बात करता। कारण जानने के लिए पुलिस अफसरों ने भी पूछताछ की। मगर सफलता नहीं मिली। साध्वी आश्रम में बीते 20 वर्षों से रह रहीं थीं।
टूट गई साध्वी की रीढ की हड्डी
उधर शाम को आए पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण फेफड़े से अधिक रक्तस्राव होना बताया गया है। साध्वी की रीढ़ की हड्डी भी टूटी हुई थी। इससे पता चलता है कि हत्यारे ने साध्वी के साथ किस हद तक बर्बरता की है। साध्वी के दाहिने कान के ऊपर भी गहरे जख्म के निशान मिले हैं। यह जख्म चाकू के बताए जा रहे। प्रभारी निरीक्षक अनिल उपाध्याय ने बताया कि हत्या का कारण फिलहाल सामने नहीं आ सका है। आरोपित प्राथमिक दृष्टया मानसिक रोगी प्रतीत हो रहा। न्यायालय ने उसे जेल भेज दिया है। मामले की शीघ्र विवेचना कर आरोपित को कड़ा से कड़ा दंड दिलवाने का प्रयास किया जाएगा।
परशुराम का रहा है आपराधिक इतिहास
परशुराम पांडेय का आपराधिक इतिहास रहा है। पहले भी वह तीन बार जेल जा चुका है। गोरखपुर के गगहा थाने में उसके विरुद्ध छिनैती, लूट तथा गुंडा व आर्म्स एक्ट आदि के कुल पांच मुकदमे दर्ज हैं।
तीन दिन पूर्व गोला से चला था परशुराम
पुलिस के अनुसार परशुराम पांडेय 30 नवंबर को गोरखपुर के गोला से बड़हलगंज फिर महराजगंज पहुंचा। वहां से होते हुए दो दिसंबर को वह मल्लूडीह स्थित आश्रम पहुंचा। और घटना को अंजाम दिया। पुलिस उसके स्वजन से संपर्क करने में जुटी है। खबर लिखे जाने तक कोई संपर्क नहीं हो सका था।
आज दी जाएगी समाधि
पोस्टमार्टम के बाद साध्वी का शव देर शाम आश्रम पर लाया गया। जहां चार दिसंबर को साध्वी को समाधि दी जाएगी। उनकी बेटी मनोमती निवासी सैथू थाना राजपुर जिला बक्सर बिहार कबीर मठ मल्लूडीह पहुुंच गईं हैं।