Move to Jagran APP

हर ब्लाक में विकसित किए जाएंगे तालाब, बड़े पैमाने पर मनरेगा मजदूरों को मिलेगा काम

जिले में मछली पालन के लिए 200 तालाब विकसित किए जाएंगे। हर ब्लाक में 10 तालाब विकसित होंगे। मनरेगा के तहत काम होने से बड़े पैमाने पर लोगों को रोजगार भी मिल सकेगा और मछली पालन का ठीका पाने वाले लोगों के जरिये भी कुछ लोग रोजगार पाएंगे।

By Rahul SrivastavaEdited By: Published: Sat, 18 Sep 2021 05:45 PM (IST)Updated: Sat, 18 Sep 2021 05:45 PM (IST)
हर ब्लाक में विकसित किए जाएंगे तालाब, बड़े पैमाने पर मनरेगा मजदूरों को मिलेगा काम
गोरखपुर के जिलाधिकारी विजय किरन आनंद। जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : जिले में मछली पालन के लिए 200 तालाब विकसित किए जाएंगे। हर ब्लाक में 10 तालाब विकसित होंगे। मनरेगा के तहत काम होने से बड़े पैमाने पर लोगों को रोजगार भी मिल सकेगा और मछली पालन का ठीका पाने वाले लोगों के जरिये भी कुछ लोग रोजगार पाएंगे। जिलाधिकारी ने इस संबंध में तैयारी करने के निर्देश दिए हैं।

loksabha election banner

सार्वजनिक भूमि पर मौसमी जल निकायों में मछली पालन कराने की तैयारी

ग्राम पंचायतों में सार्वजनिक भूमि पर मौसमी जल निकायों में मछली पालन कराए जाने की तैयारी है। इसके लिए ग्राम सभाओं में तालाब विकसित किए जाएंगे। मनरेगा के तहत काम होने के कारण करीब पांच लाख 76 हजार 800 कार्यदिवस का सृजन हो सकेगा। इस योजना के तहत तालाब विकसित किए जाने की प्रगति के बारे में रिपोर्ट तैयार करनी होगी। संबंधित ग्राम पंचायत के प्रधानों, पंचायत सचिवों, रोजगार सेवकों, तथा मत्स्य पालन विभाग के फील्ड कर्मचारियों का एक दिवसीय प्रशिक्षण कराया जाएगा। ये लोग अपने मार्गदर्शन में मछली पालन का काम कराएंगे। खंड विकास अधिकारियों, अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारियों, अवर अभियंता, तकनीकी सहायकों का प्रशिक्षण 19 सितंबर को आयोजित किया जाएगा। तालाब में मछली पालन के लिए बीज खरीदने को लेकर बाद में निर्देश जारी किए जाएंगे। जिन तालाबों का पट्टा किया जा चुका है या पट्टे की प्रक्रिया में है, उसे इस योजना से बाहर रखा जाएगा।

पशुओं के लिए मिलेगा चारागाह, लोगों को रोजगार

मनरेगा के तहत जिले में 80 हेक्टेयर क्षेत्रफल में चारागाह का विकास भी किया जाना है, इससे पशुओं को काफी फायदा होगा। इन चारागाहों में बिना रोक-टोक के लिए पशुओं को ले जा सकेंगे। जिला प्रशासन की ओर से इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने सभी खंड विकास अधिकारियों को हर ब्लाक में चार-चार हेक्टेयर में चारागाह विकसित करने को कहा है। मनरेगा के तहत यह कार्य कराए जाने से 66 हजार 560 मानव दिवस का रोजगार सृजित होगा। इस योजना के तहत गरीब एवं महिला पशुपालकों को स्वरोजगार उपलब्ध कराकर उनके आर्थिक स्तर में सुधार किया जाएगा। ग्राम पंचायत चारागाहों के चारो ओर कंटीले तार लगवा सकती है।

पशुपालकों को होगा काफी फायदा

जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने कहा कि मनरेगा योजना के तहत अधिक से अधिक रोजगार सृजित करने के तालाब एवं चारागाह विकसित किए जाएंगे। इससे मत्स्य पालन को बढ़ावा मिलेगा और पशुपालकों को काफी फायदा होगा। मनरेगा के तहत काम होने से करीब छह लाख से अधिक मानव दिवस सृजित होंगे। इस संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.