नंदलाल के प्रयास से तालाब में भरा रहता पानी
हर किसी को जल सहेजने की मुहिम में होना होगा शामिल नंदू ने 2013 में खोदाई कराकर बनाया था तालाब
जागरण संवाददाता गायघाट, बस्ती : जल की बर्बादी पर रोक लगानी होगी। इसके लिए लोगों को जागरूक होना होगा। कल को सुरक्षित रखने के लिए जल को संरक्षित करना जरूरी है। पानी की हर बूंद को सहेजने की मुहिम में हर किसी को सहभागिता सुनिश्चित करनी होगी। समाज में कुछ लोग जल संचयन के लिए आगे बढ़ रहे हैं। कुदरहा ब्लाक के राजपुर बैरिहवां ग्राम पंचायत के नंदलाल मिश्रा उर्फ नंदू जल संरक्षण के प्रति जागरूक हैं। वह क्षेत्र के मदनपुरा में शिव मंदिर से सटे सोनताल का कुछ हिस्सा लगभग पांच बीघे में खोदाई कर तालाब बनाकर बारिश की बूंदों को सहेज रहे हैं। उन्होंने जल संचयन के महत्व को समझा और संरक्षित करने में जुट गए। आठ साल पूर्व यह ताल सूखा था। नंदू ने 2013 में तालाब के कुछ हिस्से की खोदाई करा तालाब बनाकर साफ-सफाई कराया। ताकि बारिश की बंदूों को संरक्षित कर सकें। उसके चारों तरफ से मेड़बंदी भी कराया। तभी से इस तालाब में बरसात का पानी भरा रहता है। वर्तमान में यह तालाब पानी से भरा हुआ है। आसपास के गांवों का जलस्तर बना हुआ है। पशु पक्षी अपनी प्यास बुझाते हैं। मदनपुरा, देवरिया, गायघाट, राजपुर, जनवल गांवों के पशुपालक जानवरों को स्नान कराने लाते है। गांव के लोग फसलों की सिचाई करते हैं। ग्रामीण नंदू के इस प्रयास को सराहते हैं और खुद भी प्रेरित होकर जल संरक्षण में सहयोग कर रहे हैं। नंदलाल ने 2013 में तालाब खोदवा कर उसमें हमेशा पानी भरते रहते हैं ताकि पशु-पक्षियों के साथ जल संरक्षण भी होता रहे।