100 दिन काम देने में पौली ब्लाक फिसड्डी
नियमित रूप से काम न मिलने से मजदूर कर रहे गैर प्रांतों व जिलों को पलायन
संतकबीर नगर: मनरेगा में काम करने वाले जाब कार्डधारकों को 100 दिन काम देने में पौली ब्लाक फिसड्डी साबित हुआ है। वहीं, इस मामले में सांथा ब्लाक की स्थिति औरों से अच्छी है। नियमित रूप से काम न मिलने से तमाम मजदूर शहर या फिर गैर प्रांतों व जनपदों में पलायन कर रहे हैं। इसको रोकने में मनरेगा नाकाम साबित हो रही है।
हर दिन शासन व जनपद स्तर पर मनरेगा के कार्यों की समीक्षा की जाती है। खराब प्रदर्शन पर संबंधित ब्लाकों के बीडीओ को चेतावनी भी दी जाती है। इसके बाद भी प्रगति में सुधार नहीं हो पा रहा है। जनपद के नौ ब्लाकों को 54238 जाब कार्डधारकों को 100-100 दिन काम देने का लक्ष्य दिया गया था। लक्ष्य की तुलना में अब तक केवल 1983 जाब कार्डधारकों को ही 100-100 दिन का काम मिल पाया है, बाकी को नहीं। नाथनगर ब्लाक के ठाठर गांव के जाब कार्डधारक रामखेलावन ने कहा कि मांगने पर समय से काम नहीं मिलता। यदि मनरेगा से बराबर काम मिलता तो उन्हें इधर-उधर काम करने के लिए भटकना नहीं पड़ता। हैंसर बाजार ब्लाक के टांड़ा गांव के जाब कार्डधारक सीताराम ने कहा कि योजना तो काफी अच्छी है लेकिन जरूरत के समय काम नहीं मिलता। यदि इससे हर दिन काम मिले तो मजदूरों को महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा सहित अन्य प्रांतों व गैर जनपदों में नहीं जाना पड़ेगा। अधिकारियों को धरातल पर इसकी नियमित जांच करनी चाहिए। तभी स्थिति में सुधार होगा अन्यथा नहीं। 100 दिन काम देने में ब्लाकों की यह रही स्थिति
ब्लाक : लक्ष्य : 100 दिन काम पाए
बघौली : 5647 : 101 बेलहरकलां : 4869 : 120
हैंसर बाजार : 7187 : 208 खलीलाबाद : 5328 : 270
मेंहदावल : 5617 : 295 नाथनगर : 7384 : 260
पौली : 4773 : 96 सांथा : 7304 : 448
सेमरियावां : 6129 : 185 योग : 54238 : 1983 हर दिन शासन व जनपद स्तर पर मनरेगा के कार्यों की समीक्षा की जाती है। खराब प्रदर्शन पर संबंधित ब्लाकों के बीडीओ को चेतावनी भी दी जाती है। प्रगति में सुधार के लिए प्रयास जारी हैं।
उमाकांत त्रिपाठी,उपायुक्त मनरेगा