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खून से सनी जैकेट व मोबाइल बरामद, पुलिस को करीबियों पर संदेह Gorakhpur News

गाहासाड़ रेलवे ट्रैक के पास मंगलवार रात चिलुआताल थाना मोहम्मदपुर माफी निवासी 40 वर्षीय ओमकार उपाध्याय पुत्र रामनवल उपाध्याय का खून से लथपथ शव मिला था। सिर का ऊपरी व पीछे का हिस्सा उड़ गया था। पुलिस को करीबियों पर संदेह है।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Thu, 26 Nov 2020 09:21 AM (IST)Updated: Thu, 26 Nov 2020 09:21 AM (IST)
खून से सनी जैकेट व मोबाइल बरामद, पुलिस को करीबियों पर संदेह Gorakhpur News
युवक की हत्‍या से संबंधित प्रतीकात्‍मक फाइल फोटो।

गोरखपुर, जेएनएन। गीडा थाना क्षेत्र के गाहासाड़ में सोमवार रात क्‍लीनिक कर्मचारी ओमकार उपाध्याय की बदमाशों द्वारा की गई हत्‍या के दूसरे दिन एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने फोरेंसिक टीम व श्‍वान दस्‍ते के साथ में घटनास्‍थल का निरीक्षण किया। मौके से नया मोबाइल, लोहे की कूटनी, खून से लथपथ जैकेट बरामद हुआ है। साथ ही पास में देशी शराब की दो शीशी भी पुलिस ने बरामद की है। पुलिस को संदेह है कि करीबियों ने ही ओमकार की हत्‍या की है। वह हत्‍या का मुकदमा दर्ज करके घटना की जांच में जुटी है।

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रेलवे ट्रैक पर मिला था शव

गाहासाड़ रेलवे ट्रैक के पास मंगलवार रात चिलुआताल थाना मोहम्मदपुर माफी निवासी 40 वर्षीय ओमकार उपाध्याय पुत्र रामनवल उपाध्याय का खून से लथपथ शव मिला था। सिर का ऊपरी व पीछे का हिस्सा उड़ गया था। रेलवे ट्रैक से उत्‍तर करीब 100 मीटर की दूरी पर देशी शराब की दो शीशी, प्लास्टिक गिलास, खून लगा लोहे की कूटनी व एक नया मोबाइल मिला है। घटनास्‍थल से करीब डेढ़ सौ मीटर की दूरी पर मृतक का खून से सना जैकेट मिला है। एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने मौके का निरीक्षण करके अधीनस्‍थों से घटना के संबंध में पूछताछ किया। उन्‍होंने कहा कि मोबाइल को सर्विसलांस पर लगाया गया है। हत्‍या में करीबियों के शामिल होने का संदेह है। जांच की जा रही है। जल्द खुलासा होगा।

प्‍लानिंग के साथ आरोपित ने की है ओमकार की हत्‍या

घटनास्‍थल पर मिले साक्ष्‍यों से प्रतीत होता है कि ओमकार की हत्‍या पूरी प्‍लानिंग के साथ की गई है। मौके पर मिला मोबाइल नया है। उसमें किसी का नंबर फीड नहीं है। उससे सिर्फ तीन काल की गई है। दो काल मृतक को और एक उसकी पत्‍नी नीलम को। ओमकार के नंबर पर काल रिसीव नहीं हो सकी है। जबकि उसकी पत्‍नी के नंबर पर 27 सेकेंड बात हुई है। परिजन के मुताबिक कालर ने खुद को ओमकार का दोस्‍त अमरेंद्र बताया और कहा कि वह कुछ ही देर में जीजा के दोस्‍त को लाने वाले हैं। नीलम ने जैसे ही बताया कि ओमकार घर से निकल चुके हैं। कालर ने तुरंत फोन काट दिया। ऐसे में संदेह होना स्‍वाभाविक है कि उसके बाद आरोपित ने हत्‍या को लेकर तैयारी की होगी। घटनास्‍थल पर मिली देसी शराब की सीसी व दो गिलास से आशंका व्‍यक्‍त की जाती है कि आरोपित दो या उससे अधिक की संख्‍या में रहे होंगे। मोबाइल नया व सस्‍ता होने के कारण पुलिस यह मानकर चल रही है कि आरोपित मोबाइल को घटना को अंजाम देने के लिए ही खरीदा था।

छह माह से नहीं हुई है अमरेंद्र से बात

पुलिस का संदेह किसी करीबी पर है। उसकी एक वजह यह भी है कि कालर को ओमकार के आने जाने के रास्‍ते के अलावा उसे उनके दोस्‍तों के विषय में भी पता था। इसी लिए उसने खुद को ओमकार दोस्‍त अमरेंद्र बताकर फोन किया। यहां तक ओमकार के फोन नहीं उठाने के बावजूद उसे लोकेशन पूरी तरह पता थी। घटनास्‍थल ओमकार के घर से करीब तीन किलोमीटर की दूरी पर है। अमरेंद्र कानपुर का रहने वाला है और वर्तमान में हैदराबाद में नौकरी रहा है। अमरेंद्र से परिजनों ने बात किया तो उसने दावा कि छह माह से उसकी ओमकार से बात ही नहीं हुई है।

मकान बनवाने की तैयारी कर रहा था ओमकार

ओमकार ने कुछ वर्ष पूर्व गाहासाड़ में करीब 600 वर्ग मीटर जमीन खरीदी थी। वह मकान बनाने की तैयारी कर रहे थे। इसके लिए बैंक से ऋण लेने के लिए पत्रावली तैयार कर रहे थे। हालांकि अभी ऋण स्वीकृत नहीं हो सका है।

धनतेरस में भांजे ने गिफ्ट की थी नई बाइक

ओमकार के बहन की शादी गीडा थाना क्षेत्र के बांसपार में हुई है। बहन का परिवार काफी सम्पन्न है। अभी धनतेरस के दिन भांजे मुकेश चौबे ने उन्‍हें नई बाइक खरीद कर गिफ्ट की थी और पुरानी बाइक को अपने पास रख लिया था।

परिजन को नहीं पता घर पर कौन दोस्‍त आने वाले थे

ओमकार ने घर पर बताया कि था कि कुछ दोस्‍त आने वाले हैं, लेकिन परिजन को यह नहीं पता कि कौन दोस्‍त आने वाले हैं। ओमकार के कोई दोस्‍त आने वाले होते तो वह घटना के बाद भी आ सकते थे, लेकिन रात में घर पर कोई पहुंचा ही नहीं।

रात में जैकेट नहीं ढूंढ सकी थी पुलिस

परिजन को ओमकार के हत्‍या की जानकारी पुलिस के माध्‍यम से हुई थी। परिजन ने यह भी कहा कि वह घर से जैकेट पहन कर निकला था। पुलिस ने मृतक का मोबाइल व पर्स तो तत्‍काल बरामद कर लिया था, लेकिन रात में वह जैकेट नहीं ढूंढ सकी थी।


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