Gorakhpur lockdown: गोरखपुर में शहरवासियों का कुशलक्षेम पूछने निकली पुलिस, एसएसपी भी थे मौजूद
नगरनिगम के लोगों ने सोनू चौरसिया के घर को कंटेनमेंट जोन बना रखा है। उनके चाचा संक्रमित हैं। सुबह उनके दरवाजे पर रहमतनगर के चौकी इंचार्ज सुशील कुमार पहुंचे। उनसे पूछा गा कि कंटेनमेंट जोन के चलते घर में रोजमर्रा के जरूरतों का अभाव तो नहीं है।
गोरखपुर, जेएनएन। राजघाट थाने के रहमतनगर मुहल्ले में सरवर अहमद रात करीब साढ़े नौ बजे दरवाजे पर पुलिस देखकर थोड़ा घबरा गए। वह जब तक कुछ समझते एसएसपी दिनेश कुमार पी ने उनसे कहा कि घबराइए नहीं, हम आपका हाल-चाल जानने निकले हैं। घर में कोई बीमार तो नहीं है। कोई कोरोना संक्रमित तो नहीं है। लाकडाउन के चलते घर में किसी प्रकार की समस्या तो नहीं है। सरवर अहमद ने कहा कि नहीं, सर कोई समस्या नहीं है। चलिए कोई बात नहीं। कुछ दिक्कत होगी तो हमें बताइएगा। उन्होंने उन्हें रहमतनगर चौकी इंचार्ज का नंबर नोट कराया और कहा कि कुछ कठिनाई होने पर वह इस नंबर पर फोन कर सकते हैं।
एसएसपी ने उनसे यह भी पूछा कि मुहल्ले में स्वास्थ्य कर्मियों की टीम जांच के लिए आई थी अथवा नहीं। सरवर अहमद ने बताया कि इस लाकडाउन में पहली बार है जब कोई दरवाजे पर हालचाल लेने के लिए आया। उन्होंने कहा कि नगरनिगम के कर्मचारी कभी-कभी फागिंग के लिए आते हैं। सरवर ने बताया कि एसएसपी ने घूम-घूमकर मुहल्ले भर के लोगों का हाल-चाल पूछा और उसके बाद लौट गए।
दरवाजे पर पुलिस देखकर डर गया
मिर्जापुर मुहल्ले के व्यापारी सोनू चौरसिया के चाचा कोरोना संक्रमित हैं। नगरनिगम के लोगों ने घर को कंटेनमेंट जोन बना रखा है। ऐसे में रोजमर्रा की चीजें भी कठिनाई से मिल पा रही हैं। बुधवार सुबह उनके दरवाजे पर रहमतनगर के चौकी इंचार्ज सुशील कुमार पहुंचे तो वह घबरा गए। सोनू ने सोचा कहीं कोई गलती तो नहीं हो गई है। थोड़ी देर बाद जब चौकी इंचार्ज ने उनसे पूछा कि कंटेनमेंट जोन के चलते घर में रोजमर्रा के जरूरतों का अभाव तो नहीं है। पुलिस ने परिवार के अन्य सदस्यों का हाल जाना। साथ ही उनसे कहा कि वह कोविड नियमों का पालन जरूर करें। लाकडाउन का पालन करें। बिना आवश्यक जरूरतों के घर से बाहर न निकलें।
पुलिस का अभियान कंटेनमेंट जोन के लिए
एसएसपी दिनेश कुमार पी का कहना है कि पुलिस का अभियान कंटेनमेंट जोन के लिए चल रहा है। कंटेनमेंट जोन में लोगों को कोई बड़ी कठिनाई तो नहीं है। वहां रोजमर्रा की जरूरतों का बड़ा अभाव तो नहीं है। ताकि जरूरत होने पर पुलिस उनकी मदद कर सकें। मंगलवार को भी पुलिस ने इलाके के कुछ घर के लोगों से संपर्क किया। कहीं से कोई समस्या नहीं मिली।