इन बड़े मामलों की जांच करना भूल गई पुलिस, जानिए पूरा मामला
देवरिया जिला कारागार से आए दिन मोबाइल बरामद होती है मुकदमे भी दर्ज होते हैं लेकिन पुलिस की जांच केवल कागज में सिमट कर रह गई है। इसके चलते मोबाइल कारागार में पहुंचाने से बंदियों के खास लोग परहेज नहीं करते।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता : देवरिया जिला कारागार से आए दिन मोबाइल बरामद होती है, मुकदमे भी दर्ज होते हैं लेकिन पुलिस की जांच केवल कागज में सिमट कर रह गई है। इसके चलते मोबाइल कारागार में पहुंचाने से बंदियों के खास लोग परहेज नहीं करते। जेल से मोबाइल बरामद होने के बाद जांच में पुलिस यह पता नहीं करती है कि वह मोबाइल का सिम कार्ड किसके नाम से रहा है और किस-किस से बात हुई है। यह जांच न होने के चलते कारागार से मोबाइल पहुंचाने वाले आरोपित नहीं हो पाते हैं और मोबाइल लाकर पहुंचा देते हैं।
आठ माह पहले शातिर बदमाश ने दी थी धमकी
जिला कारागार में आए दिन बंदी मोबाइल से बात करते हैं। आठ माह पहले गौरीबाजार का शातिर बदमाश विवेक सिंह ने मोबाइल पर गौरीबाजार के एक व्यवसायी को फोन कर जेल से ही धमकी दी। इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। कारागार में बंद कुशीनगर के एक शातिर बदमाश ने महराजगंज के एक ठीकेदार को तीन माह पहले जान से मारने की धमकी दी और जेल प्रशासन ने मोबाइल बरामद करते हुए मुकदमा भी दर्ज कराया। इसके अलावा जून माह में कारागार से बंदियों के मोबाइल पर बात करते हुए वीडियो वायरल हो गया। इसके बाद जेल प्रशासन ने दो मोबाइल बरामद किया और दोनों बंदी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
जैमर सिर्फ शो-पीस
वर्ष 2017 में मोबाइल नेटवर्क रोकने के लिए कारागार में तीन करोड़ की लागत से छह मोबाइल जैमर लगाए गए हैं, लेकिन उनकी क्षमता टू जी रोकने की है। जबकि जिले में फोरजी नेटवर्क चल रहा है। ऐसे में यह जैमर शो-पीस बनकर रह गया है।
कार से 180 पाउच शराब बरामद
बनकटा थाना क्षेत्र के खुरवसिया दक्षिण स्कूल के समीप से पुलिस ने वाहन चेकिंग के दौरान कार से 180 पाउच शराब बरामद किया। थानाध्यक्ष प्रमोद सिंह ने बताया कि गाड़ी के साथ शराब बरामद की गई है। अंधेरे का फायदा उठा कार चालक फरार हो गया।